पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/१४८

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( १७ ॥ यह नगर इतना बड़ा गुलजार और धनी है जितना कि सन्न मगर , भेद है तो इतनाही कि इस मगर मैं मान भगर की अपेक्षा किसने ही अपार सम्पत्तियान् बाहुन अधिक है।" किस आद के वन मे यह सारी समुदि आज लन्दन में पहुँच गई। इस समय लन्डम की दया क्या है सुनिये- प्रधाम लटन नगर की जनस ख्या ६६ लाख है। शहर के बारह मील के ध्यान में दासी ६० रेलये स्टेशम है। रेल की तमाम लम्बाई सो मोल है, मफानों की सख्या नी लास्त्र से मी अधिक है । १० हजार म ऊपर बह गिरजे है। हमार खराब घर और १७ सी पायघर है, जहाँ मल रान में साल में २० लाख क्षार्टर ( २४ सर क घरापर क्वार्टर ) गेहूँ, म लाम बैश, ४० लान भेट, यह और मुम्बर १० क्षात्र मुर्गी महली चोस कपेड़ पोशल शराष, वास करोड वोतन अन्य नशे का - पेय, तथा २० करो वोतल स्मिट खर्च हो जाती है। शहर । मैं पेशनी का सर्च ५ अरव रुपये सालाना है। १ करोड पास 'लास टन (एक टन २८ गन ) कोयना पर्थ होता है। घरती के मोचे कपर अपर और बीच में रेल दोनी है 'समका हिसाब वा टेवा ।।२ हजार से ऊपर क्स, और कई बार टेपसी मोर प्राय गारिया है जिनमें प्रत्येक की प्रोसत T