पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/२३४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

है ( २२७ ) ससे शीघ हो छोर देगे। पर माज तक उसे छोटा महीं है। अपनी राजी से छोड़ने वाले भी नहीं है। पक्कि उस पर और भी दूदया पूर्वक अधिकार जमाये रखने ही के लिये उन्होंने लाल समुद्र और दक्षिण अफ्रीका को मी फम्समें रखने के लिये बोपार युख और स्वान पर विजय प्राप्त की थी। जिससे अफ्रीका के उत्तरी फोने से दक्षिणी कोमे तक रेख बम जाय। १४०४ के गलैरार झांस के प्रसिद्ध इकरार मामे में, जिस से दोनों के झगड़े हो गये थे, यही शर्त मुख्य थी कि अमेज मुरफ्को पर मजर म टाक्षे श्रीर मच मिभ पर, भन जी को मरकोसे क्या मतलब था। होमस यदि मिश्र में मंगटा करत तो नमः स्पेन की महर दिन नामे का मय था। इस के तीम धम पार स से एक समझौता कर भारत सक के मागों की रक्षा का प्रबन्ध कर लिया गया था। अन्त में इस महा युद्ध में अफल्माए जर्मनी ने हार कर अमओ को विजयी बना दिया और भोज समस्त दक्षिणी एशिया में, मूमप्य सागर से लेकर प्रशान्त महासागर तक उनका अधि- कार खूप पुस्ता होगया है।