पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/२७४

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I ! पोयेपकी महाशक्तियों ने प्रफर की थो सनो और किप्तो प्रश्न बोरबर्मनों में यह चेपा की कि जापान के बजाय इसका प्रमुख ( २६५ ) । बो। यदि पह होता तो जापाम सागर से पीत सागर को ३ जाने का मार्ग अस के हाथ में चना जाता था और इस से जापान पर प्रापचि पाती थी । झगड़ा पढ़ता रहा। अमेरिका और प्रेट ब्रिटेन जापान के गुप्त समर्थक ये । फल साप कस जापान युद्ध छिपा। और खापान मे विजय पाई। उस के बाद से जापान का कोरिया पर पहुत बड़ा प्रमुख हो गया और जापानी संस्कृत कोरिया में घट गई है। महायुद्ध में कोरिया वाले चुप रहे । पण्तु शान्ति समा में बस को कुछ भी सुनवाई नहीं हुई। कोरियन इस मदीक्षा में रेखा कमी झापान में प्रशासन का उदय होगा सभी हमारे हम दूर होंगे चीनका प्रश्न एशिया में सबसे महत्वपूर्ण हैं । शान्ति सभा में ग्राष्टांग के मशन पर यो सरासर येईमानी और बदनीयती पर न की होगी। शान्ति समाने ही ऐसी स्थिति उत्पन्न कर दो है कि आगे चल कर अनेक युखों की सम्भावना हो गई है। जापान ने युर के बाद धोन से ३५ करोड़ रुपया नकद, वाम्यापार का अधिकार प्राप्त किया था 1 पर फ्रॉप कस 4 । t 1 1