पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/३१७

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( २६८ ) अफगामिस्तान के राज्यों को कोई जान्ता भी नहीं गा, षह पहाड़ों में छिपा हुआ था, क्तिनी ही बातों के लिये वह इंग लैग्स के आधिव था और उसे भारत सरकार तक को मी के खिलाफ कुछ करने का साहस नहीं था। परी २ मशक्तियों में एक छोटे से पहाडा देश के बादशाह का इतमा हादिक ओर धूमधामो स्वागत क्यों किया! । इस हार्दिक स्वागत का कारण समस्त ससार जामता है । अफगानिस्तान यद्यपि बड़े २ राज्यों की तुलना में एक छोटा सा एव शक्ति रहित राज्य है, किन्तु अगर रूस और गलेएस में युस रिट जाय तो यह अत्यन्त महत्व का स्याम रखता है। गर्लेट और रूस में शिहने का भय है इसीलिये इग्लैट मे वावयाह श्रमामुल्लास्त्रों को अपनी ओर मिला लेने के लिये अपनी शक्ति भर प्रयत्न किये थे और साथ ही चतुराई का विचित्र प्रभाव दिखाते हुए उसने उनके ऊपर ब्रिटिश सा- म्राज्य की शक्ति का प्रभाष भी पैदा करना चाहा। दो महाशसियों के धीच में होने के कारण अफगानिस्तान को यह निश्चय करना है कि किस प्रोर से उसे सबसे अधिक स्मतरा है। जान तो यही पड़ता है कि अमानुल्लाह ने निश्चय फर मो लिया या क्योकि रसोट के साथ मित्रता की सम्धियों में बंधने से इनकार करने के बाद उन्होंने तुर्की और फारस से ..मित्रता को सन्धियों की यी यह सभी को अच्छी तरह मालम