पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/३२३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

} (३०४ ), L भाषी महायुद्ध कैसा भयङ्कर होगा, इस सम्बन्ध में मार्शल फोश नामक सुप्रसिद्ध फ्रञ्च जेनरल ने एक पत्र-प्रतिनिधि से जो पाते कही हैं उन फा अनुवाद यहां दिया जाता है। यह वही मार्शल फोश हैं जिन्हों ने गत महायुद्ध में कुल मित्र राष्ट्रों की सेनाओं का नेतृत्व किया था और विजय प्राप्त की थी-- भानी युद्ध का स्वरूप हो सफ्ता है कि हमारा यह विश्वास हो कि अगला युस अमी दर है, पर यह समझ लो कि एक युद्ध होगा। तब यह यद् कहाँ हो सकता है?-यह प्रश्न पत्र-प्रतिनिधि में मार्शन फोश स किया। मार्शल फोश ने अपना हाथ फैला कर उत्तर दिया कि यह कहीं से भी पकाएक छिद सकता है। प्रश्न-अब से बीस वर्ष वाद-जो युद्ध छिडेगा यह फैसा होगा! मार्शल फोश-वह गत महायुद्ध से अधिक भयङ्कर होगा । श्रात कल के जमाने में कोई श्रावमी बहुत दूर का मयिष्य नहीं देख सकता, पर जो युद्ध होगा वह भण्डार होगा। यह तो हमें निम्धय ही समझ रमना चाहिये । युद्ध के जीठमे के लिये अनेक प्रकार के यन्त्र काम में लाये जायेंगे। युख के यत्रों को ठीक तौर पर काम में लाने के लिये फिर भी घोर पुरुषों को मावश्यष्टता होगी ही, किन्तु यह मनुष्यों का युग होने की अपेक्षा मुनय कर पन्नों का युस होगा,