पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/३२२

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(३०५ ॥ 77/a. T- 17 rr नि युद्ध की तैयारियां मन-युद के लिये जो साधर्य जनक मपे प्राधिकार होने 1 7F की पार्वे पहो जातो है फ्याउन पर आप फापुछ यिश्यास ही मार्शल फोश मे कहा कि, 'जेनेया में शाम्सि के प्रपत्त हाने पर भी दम मानते है कि प्रत्येक राष्ट्र अनुसन्धान के काम में लगा हमा है और सहरीली गैस को इसमा पूर्ण बनाने के प्रयन में है कि जिससे यह शत्रु को पूर्ण रूप से मए कर , पद विक्कुल हो सम्मय है कि बगुप्त नाशक जहरीली गैसे तैयार की जानुफो हैं। मश्म-क्या आप सोचते हैं कि अगले युग में गैस काम में हार जायगी? मार्शल फोश-अगर पह सम्भव है कि कानून बमा पर युद्ध में गैसों का ध्ययहार बन्द किया जाय, वो युदरों का ही भम्त क्यों नहीं कर दिया जा सकता। मैं सम- मता कि अगले युद्ध में ये समी अस्त्र काम में लाये जायेंगे दा जिन से विजय अधिक निश्चित समझी मायगी। प्रश्न-यात्रों के युद्ध में रण-नीति निपुणता का क्या हाल होगा। क्या मुयोग्य ममफों को जारत घेसीही होगी जैसी कि भव सफ के युरों में ही है। मार्शल फोश-दखने वाली अपस्याओं के अनरणों के काम में परिवर्तन होगा ही। इस लिये गये साधनों के लिये सैपार होना होगा और समकी प्रमिलता प्राप्त करनी होगी। प्रस्न-मेपोलियन की रणनीति गत महायुग में विरोप सफश महीं हो सकती थी, क्योकि सी वर्ष में बहुत से परि- 1 ? 4. 1