पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/६

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२१ बनाम ३० पहला अध्याय पूर्ण स्वाधीनता की घोपणा | to गत वर्ष का मोम प्रतिज्ञा के आधार परमहात्मा गान्धी मे सन् २६ के अन्तिम पण व्यतीत होने पर, १२ बज कर : मिनिट पर अपनी पूर्ण स्वाधीनता की घोषणा लाहौर की राष्ट्रीय महासभा की घेदी पर से कर दी है। वह प्रस्ताव जो भारतवर्ष के ३२ करोड निवासियों के १५ हजार अन्यतम प्रतिनिधियों ने अपने छलकते हुए हदयों से स्वीकार किया है वह यह है- "यह माँग्रेस-कार्यकारिणी समिति के उस कार्य को मजर करती है जो उसमे वायसराप को ३१ अक्टूवर पाली श्रीपमिशिफ स्वराज्य-सम्बन्धी घोपणा पर कांग्रेस नेताओं तथा दूसरे दलों के मेतानों के हस्ताक्षर से निकले हुषे वक्तव्य के सम्बन्ध में किया है और,स्वराज्य सम्बन्धी राष्ट्रीय आन्दोलन 1