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करेगा, इस बात में कुछ सार महीं है । पहले तो हिन्दुस्तान स्वाधीम होता नहीं है, और फिर अब फी होगा भी तय ऐसा करना हिन्दुस्तान के ही हक में अच्छा नहीं है, क्योंकि ऐसा करने से हिन्दुस्तान पर कौन विश्वास करेगा? इस से विशेशों के बाजारों में उसको क्या साम्म रह जाययो? कांग्रेसका यह प्रस्ताव केवल धमकी है जो कभी अमल में महीलाई आयगी । एक दुसरे शेयर-ठलाल ने कहा कि गएड के व्यापागे घबरा गये हैं, समझते हैं कि मसूर-गवर्नमेंट बहुत सुर्वल है, वह कुछ काँप्रेसो नेताओं के कातिकारी प्रयल को रोफ न सकेगा, और हिम्युस्ताम जब स्वाधीन होगा तब घर अपमा ऋण नहीं शोध करेगा । इन नेताओं को कोर घाइयों का असर यहां के पोर विज्ञायत के भी सिक्यूरिटी मारकेट पर पड़ेगा, हमारी सिफ्यूरिटी-कागजो का भाव अभी और भी उतरेगा। इस लिये सरकार को चाहिये कि कांग्रेस के चरम पन्थी दल के फ्रान्तिकारी उद्योग का दमन करे । अमेरिफा-युनाइटेर स्टेट्स को सिनेट सभा के सेनेटर ग्लेन मे यह विज्ञापित किया है कि मैं एक ऐसा प्रस्ताव तयार कर रहा हूँ जिस में मेसिएट इवर को "यह अधिकार होगा। कि यद हिम्मुस्तान को मयान गवर्नमेंट को माने।" अमेरिका फो कांग्रेस पालिमेंट) का जब फिर से अधिवेशन होगा तम सेनेटर प्लेन यह प्रस्ताय सिनेट सभा में उपस्थित करेंगे।