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पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/१५९

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दक्षिण अफ़्रीकी यूनियन
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संसार का ४० प्रतिशत सोना दक्षिण अफ्रीका में पैदा होता है। इस देश में सबसे अधिक हीरा निकलता है। कोयला, तॉबा तथा प्लेटिनम भी मिलते हैं। खानो का उद्योग तथा कृषि ही यहाँ के मुख्य व्यवसाय है। गेहूँ, मक्का तथा फल काफी पैदा होते हैं।

शासन-प्रणाली पार्लमेन्टरी है। पार्लमेट में दो सभाएँ है : सीनेट तथा असेम्बली। पहली का चुनाव १० साल तथा दूसरी का ५ साल के लिये होता है। सम्राट् का प्रतिनिधि गर्वनर जनरल है। अफ्रीका के आदिमवासियो को केवल केप-प्रान्त मे मताधिकार प्राप्त है। वह अपने ३ प्रतिनिधि चुनते हैं। नौ-सेना का नियंत्रण ब्रिटेन के अधीन है।

इस समय हर्टज़ोग तथा स्मट्स के सयुक्त दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय दल मे १०९ सदस्य हैं। प्रधानमंत्री जनरल हर्टज़ोग इस युद्ध मे तटस्थता के पक्ष मे है। परन्तु जब पार्लमेट यह प्रस्ताव रखा गया तो इसके पक्ष में सिर्फ ६७ मत मिले, विरुद्ध ८०। इस पर हर्टज़ोग ने त्याग-पत्र दे दिया और स्मट्स ने सयुक्त सरकार बनाई, तथा ६ सितम्बर १९३९ को, धुरीराष्ट्रो के विरुद्ध युद्ध-घोषणा कर दी और यूनियन की फौजे पूर्वी और उत्तरी अफ्रीका मे लड़ रही हैं। जनवरी १९४० मे हर्टज़ोग ने डा० मलान के क्रान्तिवादी-प्रजातत्र-राष्ट्रीय-दल के साथ समझौता कर लिया। यह दल साम्राज्य से सबध-विच्छेद का समर्थक है। यह दोनों नेता अफ्रीका में ५० फीसदी बोअरो के प्रतिनिधि है, शेष अँगरेज़ी-भाषा-


भाषी स्मट्स का समर्थन करते हैं। १२ सितम्बर ४१ को यूनियन ने जापान के विरुद्ध युद्ध-घोषणा कर दी है।

आदिम-निवासी अधिक अधिकार चाहते हैं, और बोअर शुरू से ही उनके विरोधी