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पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/२०४

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फिनलैण्ड
 

दिया गया। संघर्ष अब भी जारी है। फ्रान्स में और फ्रान्स के बाहर आज़ादी की भावना और उसकी प्राप्ति के लिये प्रयत्न निरन्तर होरहा है।

बरतानवी के बाद फ्रांसीसी औपनिवेशिक साम्राज्य ही संसार में सबसे बड़ा था। इसका क्षेत्रफल ४६,२०,००० वर्गमील और जन-संख्या साढ़े छै करोड़। फ्रान्सीसी अफ्रीकी उपनिवेश या शासित देश : अल्‌जीरिया, ट्यूनिस, मरक्को, फ्रान्सीसी शुमालीलैण्ड, जिबूटी (२८ लाख वर्गमील) और मैडागास्कर। एशिया मे हिन्द-चीन (अब जापानी अधिकार में) और भारत में पांडिचेरी।

धुरी राष्ट्रों की प्रगति को रोकने के लिए संयुक्तराष्ट्रों ने गत वर्ष सितम्बर में मैडागास्कर पर सैनिक अधिकार कर लिया है। राजनीतिक अधिकार विशी-फ्रांस का ही है और उसीका झंडा है। ट्यूनीशिया पर जनरल चार्ल्स द-गौल और उनकी स्वतन्त्र फ्रांसीसी फौजों का अधिकार है।

वहाँ इन दिनों धुरी-सेनाओं और मित्रदल में युद्ध चालू है, मित्र-राष्ट्र जीत रहे हैं। कई अन्य फ्रान्सीसी शासित देश भी जनरल द-गौल के अधिकार में जा चुके हैं। लड़ाई के पूर्व संसार में बहुत अधिक सोना फ्रास में था, किन्तु अब सबसे अधिक अमरीका में है। (विशेष जानकारी के लिये देखिये––चौटम्स, जनरल, द-गौल, दलादिये, दार्ला, पेताॅ, रिनौ, लावल, वेगाॅ)

फिनलैण्ड––क्षेत्रफल १,३५,००० वर्गमील, जन-संख्या ३८,००,०००। राजधानी हेंलसिंकी। फिनिश और स्वीडिश देश की भाषाएँ हैं। इस देश में १० फीसदी स्वीडन-वासी भी हैं। सन् ११५४ से १८०९ तक फिनलैण्ड स्वीडन का ही अंग था, इसके बाद वह रूस में मिला लिया गया। १९१७ ई॰ की रूसी-क्रांति के बाद फिनलैण्ड ने स्वाधीनता की घोषणा कर दी, रूसी कम्युनिस्टों ने फिनलैण्ड को पुनः अधिकार में लेने की कोशिश की,