पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/११३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

113 है कि Ministry of Health and Family Welfare के प्रोटोकाल के मुताबिक healed tears दो सप्ताह से कितने अधिक पुराने हो सकते हैं, यह बताना प्रतिबन्धित है। यह सही है कि पीडिता की Internal examination रिपोर्ट की findings के कॉलम में यह अंकित है कि "No abnormality deducted cervix and vegina healthy." यह सही है कि मेडिकल इक्जामिनेशन के समय हमलावरों की अनुमानित आयु 19-20 वर्ष होना अंकित की गयी है। यह परीक्षण दिनांक 22.09.2020 को हुआ । यह भी सही है कि मृतका का मृत्युपूर्व बयान भी उसी दिन दिनांक 22.09.2020 को समय 05:40 पी. एम. पर अंकित किया गया है, जिसमें अभियुक्त रामू की आयु 25 वर्ष व अभियुक्त रवि की आयु 32 वर्ष के लगभग पीडिता द्वारा बतायी गयी है। यह सही है कि प्रदर्शक – 32 (Internal Medical Examination ) व प्रदर्श क–15 ( Dying Declaration) एक ही दिन तैयार किये गये हैं। यह सही है कि विवेचना के दौरान, छोटू का Psychological assesment test कराया गया था और उसने Psychological test में यह बताया था कि "He had witnessed Satendra and his mother were standing in the Bazra field and deceased was lying between them. That time none was around them and he got scared and ran away.” छोटू उर्फ विकान्त ने एम०आई०एम०बी० टीम व Psychological assesment टीम दोनों के सामने एक ही बात कही है। यह सही है कि सतेन्द्र वादी मुकदमा ने अपने बयान में यह बताया था कि मैं लगभग 08:50 बजे गठरी लेकर घर की तरफ रवाना हुआ था। मैं घर पर घास की गठरी डालने एवं पीडिता व मम्मी के लिये पानी लाने गया था। यह भी सही है कि मृतका की माँ के बयान के अनुसार उसने मृतका को कपडे पहनाने व मेड तक खींचकर लाने में किसी की मदद नहीं ली। यह भी सही है कि सोम सिंह ने दौरान विवेचना अपने बयान में यह बताया था कि जब वह पीडिता के पास पहुंचा तब पीडिता बोल रही थी और पानी मॉग रही थी। यह सही है कि विवेचना में यह तथ्य भी आया था कि अभियुक्त लवकुश पीडिता को पिलाने के लिये एक पन्नी में भरकर पानी लाया था और पीडिता की माँ को दिया था, जिसने वह पानी पिलाया था । यह सही है कि साक्षी कांo रश्मि ने विवेचना के दौरान अपने बयान में यह बताया था कि "मुंशी सर पीडिता से सवाल कर रहे थे और पीडिता द्वारा दिया गया जवाब मुझे सुनकर बता रहे थे ।" इसी गवाह ने यह भी बताया था कि छेडछाड सम्बन्धी सवाल उसने स्वयं पीडिता से पूछे थे। यह भी सही है कि हेड कां० श्रीमती सरला देवी ने विवेचना में अपने बयानों में यह बताया था कि "मैंने पूछा कि