पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/१४७

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147 काउन्टर में जमा कर दिये। यूरिनल प्रेग्नेन्सी टेस्ट कराया गया, जो निगेटिव था। सेक्सुअल टेस्ट रिपोर्ट में पीडिता के साथ यूजोफोर्स का विवरण है परन्तु दुष्कर्म के सम्बन्ध में रिपोर्ट में सम्भोग के सम्बन्ध में ओपिनियन रिजर्व रखा गया था, जो कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के बाद दिया जा सकता था । इस रिपोर्ट कागज संख्या 6अ / 197 पर आज प्रदर्श क – 31 डाला गया। पीडिता से सम्बन्धित सेक्सुअल असाल्ट फारेन्सिक एग्जामिनेशन रिपोर्ट की सत्यापित प्रति पत्रावली पर कागज संख्या 63 / 128 से 6अ / 137 के रूप में मौजूद है, जिसे इस साक्षी द्वारा तस्दीक किया गया । इस साक्षी ने अपनी प्रतिपरीक्षा में यह कथन किया है कि यह सही है कि कागज संख्या 63 / 142 में पीडिता को स्ट्रैंगुलेशन की हिस्ट्री के साथ भर्ती किया गया था। इसके अलावा अन्य कोई हिस्ट्री पेपर में लिखी हुई नहीं है। इस साक्षी का अपनी प्रतिपरीक्षा में यह भी कथन है कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार पीडिता के साथ कोई भी वेजाईनल / एनल इण्टरकोर्स का चिन्ह दृष्टिगोचर नहीं हुआ था। इस सम्बन्ध में अभियोजन की ओर से परीक्षित पी0डब्लू0 - 16 डा० डालिया रफात अस्सिटेन्ट प्रोफेसर स्त्री रोग विभाग जे०एन०एम०सी० अलीगढ़ ने अपने सशपथ बयान में कथन किया है कि दिनांक 2209.2020 को करीब 11:30 बजे दिन हमारे स्त्री रोग विभाग को न्यूरोसर्जरी विभाग से लिखित रिक्यूजिशन प्राप्त हुआ था कि किसी दुष्कर्म पीडिता का मेडिकल एग्जामिनेशन होना । पीडिता की जॉच के लिये हमारे गाईनो डिपार्टमेन्ट एवं विधि विज्ञान विभाग की संयुक्त टीम बनायी गयी थी। उस दिन हम लोगों ने 12:30 बजे पीडिता का परीक्षण किया । हम गाईनो वालों ने अपना काम किया तथा विधि विज्ञान वालों ने उनसे सम्बन्धित काम किया। इस प्रक्रिया के तहत् पीडिता से पूछने पर उसने बताया कि चार लोगों ने दिनांक 14.09.2020 को सुबह 09:00 बजे उसके साथ दुष्कर्म किया तथा दुपट्टे से उसका गला घोंटने का प्रयास किया जब वह अपने गाँव में खेत में काम कर रही थी। पीडिता से सम्बन्धित मेडिकल अभिलेखों में उसके साथ दुष्कर्म का कोई हवाला नहीं था । इस सम्बन्ध में हमने, पीडिता से पूछा तो वह चुप हो गयी। इस दौरान वह होश में थी और बातचीत कर रही थी, वह किसी तरह से एल्कोहल, ड्रग आदि के प्रभाव में नहीं थी तथा शारीरिक एवं मानसिक अयोग्यता में नहीं थी । वह अपने लोवर लिम्ब ( कमर से नीचे का हिस्सा) नहीं हिला पा रही थी। पीडिता के गुप्तांगों की जाँच मेरे व डा० भूमिका के द्वारा की गयी थी। पीडिता से सम्बन्धित सेक्सुअल असाल्ट फारेन्सिक एग्जामिनेशन रिपोर्ट की सत्यापित छाया प्रति, जो उस दिन पीडिता