पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/१६२

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162 पत्रकारों द्वारा थाना चन्दपा एवं बागला जिला अस्पताल हाथरस में पीडिता के विडियो घटना की तिथि दिनांक 14.09.2020 को ही बनाये गये हैं तथा महिला आरक्षी कु० रश्मि द्वारा पीडिता का बयान घटना के पाँच दिन बाद दिनांक 19.09.2020 को लिया गया है। यदि वास्तव में पीडिता के साथ घटना चार व्यक्तियों द्वारा की गयी होती तथा उसके साथ बलात्कार भी किया गया होता तो वह घटना की तिथि पर पत्रकारों को दिये गये अपने बयान में चारो अभियुक्तगण का नाम बताती और बलात्कार के बारे में भी बताती। घटना के पाँच दिन महिला आरक्षी कु० रश्मि को दिये अपने बयान में भी उसने एक ही अभियुक्त सन्दीप का नाम बताया तथा बलात्कार की कोई घटना नहीं बतायी है इसलिए दिनांक 22.09.2020 को पी0डब्लू0 – 7 सरला देवी एवं पी0डब्लू0 – 6 नायब तहसीलदार मनीष कुमार के सामने, जो पीडिता ने चार अभियुक्तण के नाम बताये हैं, उनमें अभियुक्त सन्दीप के अतिरिक्त तीन अन्य अभियुक्तगण के नाम घटना कारित करने वालों में विश्वसनीय होना नहीं कहा जा सकता और न ही पीडिता के साथ बलात्कार होने का कथन विश्वसनीय कहा जा सकता है क्योंकि सरला देवी के द्वारा पीडिता का बयान लेने के बाद शाम को उसी दिन नायब तहसीलदार मनीष कुमार द्वारा पीडिता का बयान लिया गया है। पीडिता ने इस बयान में अपने साथ बलात्कार होने का कथन नहीं किया है। इसके अतिरिक्त यह भी महत्वपूर्ण है कि पीडिता के किसी भी चिकित्सीय परीक्षण में उसके साथ बलात्कार होना अंकित नहीं किया गया है। एम०आई०एम०बी० की टीम ने भी पीडिता के साथ बलात्कार होने की पुष्टि नहीं की है। दूसरे अविवादित रूप से यह घटना होने के बाद घटना राजनैतिक रूप ले चुकी थी तथा पीडिता के परिवार वालों से बहुत से लोग मिलने आ रहे थे और पीडिता के परिवारजन, पीडिता से मिल रहे थे इसलिए इस सम्भावना को नकारा नहीं जा सकता कि अन्य लोगों अथवा अपने परिवारजन के सिखाये पढाये जाने पर अभियुक्त सन्दीप के अतिरिक्त अन्य अभियुक्तगण के नाम घटना के आठ दिन बाद पी0डब्लू0 - 7 मुख्य आरक्षी सरला एवं पी0डब्लू0 - 6 नायब तहसीलदार मनीष कुमार को दिये गये अपने बयान में पीडिता द्वारा बताये गये । पीडिता की मॉ ने, जो अपने बयान में यह कहा है कि पीडिता ने घटना के दो-तीन दिन बाद चारो अभियुक्तगण के नाम बता दिये थे और अपने साथ बलात्कार होने का कथन किया था। यह साक्ष्य इसलिये अविश्वसनीय है क्योंकि घटना के पाँच दिन बाद दिनांक 19.09.2020 को महिला आरक्षी कु० रश्मि ने उसका बयान लिया, जिसमें पीडिता ने सिर्फ एक अभियुक्त सन्दीप का नाम बताया और