पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/५२

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27. 52 22.09.2020 को दी थी। मुझे सबसे पहले पीडिता के साथ दुष्कर्म के सम्बन्ध में सूचना पुलिस अधिकारी / विवेचक ने नहीं दी। मैंने केवल सी0एम0ओ0 को निर्देश दिनांक 22.09.2020 को दिया था। दिनांक 21.09.2020 को पीडिता बयान देने की स्थिति में थी अगर विवेचक यह कहता है कि पीडिता दिनांक 21.09.2020 को बयान देने की स्थिति में नहीं थी तो वह बयान सही नहीं है । साक्षी पी0डब्लू0-15 डा० फैयाज अहमद, असिस्टेण्ट प्रोफेसर, विधि विज्ञान विभाग, जे०एन०एम०सी० अलीगढ़ ने अपने सशपथ बयान में कथन किया है कि मैं वर्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जे०एन० मेडिकल कालेज के विधि विज्ञान विभाग में असिस्टेण्ट प्रोफेसर के तौर पर संविदा में कार्यरत हूँ। इस प्रकरण से सम्बन्धित पीडिता दिनांक 14.09.2020 को ओ.पी.डी. कैजुअल्टी नं0-सी46578 के द्वारा दाखिल हुई थी तथा गले में स्ट्रैगुलेशन की शिकायत थी। दिनांक 22.09.2020 को करीब 11:30 बजे दिन हमारे विधि विज्ञान विभाग को लिखित रिक्यूजिशन न्यूरो सर्जरी विभाग से प्राप्त हुआ था कि किसी दुष्कर्म पीडिता का मेडिकल एग्जामिनेशन होना है। पीडिता की जॉच के लिये गाइनो डिपार्टमेण्ट एवं हमारे विभाग की संयुक्त टीम बनायी गयी थी और उसी दिन हम लोगों ने 12:30 बजे पीडिता का परीक्षण किया । गाइनो वालों ने अपना काम किया तथा हमने अपने से सम्बन्धित काम किया। उस दौरान प्रक्रिया के तहत पीडिता से पूछने पर उसने बताया कि चार लोगों ने दिनांक 14.09.2020 को सुबह 09:00 बजे उसके साथ दुष्कर्म किया तथा दुपट्टे से उसका गला घोंटने का प्रयास किया जब वह अपने गाँव में खेत में कुछ काम कर रही थी । पीडिता से सम्बन्धित मेडिकल अभिलेखों में उसके साथ दुष्कर्म का कोई हवाला नहीं था, इस सम्बन्ध में हमने पीडिता से पूछा तो वह चुप हो गयी। इसके बाद पीडिता व उसकी माँ से लिखित अनुमति प्राप्त करने के बाद उसका परीक्षण शुरू हुआ। इस दौरान वह होश में थी, वह बातचीत कर रही थी। वह किसी तरह से एल्कोहल, ड्रग आदि के प्रभाव में नहीं थी तथा शारीरिक व मानसिक अयोग्यता में नहीं थी। वह अपने लोअर लिम्ब (कमर से नीचे का हिस्सा) नहीं हिला पा रही थी । पीडिता के शरीर पर स्टेन के निशान नहीं थे क्योंकि वह एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थी और उसके शरीर को पोंछा जा चुका था । परीक्षण के दौरान उसके शरीर पर आँख में रक्त के थक्के थे, जिससे आँख लाल हुई थी । उसके गर्दन पर दो लिगेचर मार्क था, पहला 5x2 से०मी० जो बॉयीं ओर था तथा दूसरा 10x3 से०मी० जो दॉयीं मेडिकल एक्जामिनेशन रिकार्ड एवं तरफ था। इस बारे में उसके सेक्सुअल एग्जामिनेशन रिकार्ड में विवरण