पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/५१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
51

डिपेन्डेंसी यूनिट 4 में सिफ्ट कर दिया गया। उस दौरान मरीज की हालत क्रिटिकल थी। वह होश में थी। दिनांक 22.09.2020 को पहली बार पीड़िता ने ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ को उसके साथ 14.09.2020 को हुई घटना में दुष्कर्म होने के बारे में बताया। इस पर तुरन्त कार्यवाही करते हुए स्त्रीरोग विशेषज्ञ एवं फॉरेन्सिक विभाग को तुरन्त आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। इस क्रम में पीडिता का विस्तृत Sexual Assault Forensic Examination के लिये टीम गठित कर दी गयी, जिसमें डॉ० भूमिका, डॉ० डालिया रफात, डॉ० फैज अहमद आदि डॉक्टरों को नियुक्त किया गया, जिन्होंने पीडिता की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सी0एम0ओ0 को भेजी। दिनांक 22.09.2020 को पीडिता की गम्भीर हालत एवं यौन उत्पीड़न की स्थिति को देखते हुए, मजिस्ट्रेट द्वारा मृत्यु पूर्व बयान दर्ज कराने हेतु कार्यवाही की गयी। दिनांक 23.09.2020 को मरीज की स्थिति और गम्भीर होने पर उसे आई0सी0यू0 में वेन्टीलेटर पर सिफ्ट कर दिया गया तथा वह दिनांक 23.09.2020 से दिनांक 28.09.2020 तक वेन्टीलेटर पर रही, उस दौरान मरीज के परिवारीजनों को मरीज की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया तथा उनके द्वारा सहमति देने पर इलाज जारी रखा गया तथा उन्हें कहीं और दिखाने का विकल्प भी दिया गया परन्तु वह इलाज से सन्तुष्ट थे और बाहर ले जाने के लिये तैयार नहीं थे। दिनांक 28.09.2020 को मरीज के परिवारीजनों के अनुरोध पर उसे बेहतर इलाज हेतु एम्स दिल्ली के लिये रेफर किया गया और दिनांक 20.09.2020 से दिनांक 22.09.2020 के बीच मरीज की स्थिति एक जैसी थी तथा गम्भीर थी।

पी0डब्लू0-14 डा० एम०एफ० हुदा ने अपनी प्रतिपरीक्षा में मुख्य रूप से यह कथन किया है कि पीडिता को दिनांक 14.09.2020 को ही पेशाब के लिये नली लगायी थी। यह सही है कि यूरेथा के माध्यम से जब पेशाब की नली लगायी गयी होगी तो उसके जननांग को निश्चित रूप से देखा गया होगा क्योंकि उसके बगैर नली लगाना सम्भव नहीं है। उस समय उसके जननांगों में कोई चोट या Sexual Assault का कोई लक्षण अंकित नहीं किया गया अगर इस तरह का Sexual Assault का कोई लक्षण देखा गया होता तो निश्चित ही अंकित किया जाता। मैंने, सी0बी0आई0 को दिनांक 18.11.2020 को यह बयान दिया था कि “I state that the health condition of the victim was almost same on 20.09.2020, 21.09.2020 and 22.09.2020”। मैंने यह भी बयान दिया था कि पीडिता हमारी बातों का जवाब दे रही थी। पीडिता के साथ दुष्कर्म होने के सम्बन्ध में सर्वप्रथम सूचना मुझे डाक्टर तबिश व सूरज ने दिनांक