पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/५७

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उस जगह आ गई, जिस जगह पर मैं अपनी पुत्री को छोडकर गई थी तो मैंने देखा कि मेरी पुत्री ने घास इकट्ठा नहीं की है और वह नजर भी नहीं आ रही थी। मैं उसे देखने सडक तक गयी। मैंने सोचा कि वह पानी पीने गई है। फिर कुछ देर बाद मैंने यह सोचा कि काफी देर हो गयी है । वह पानी पीकर नहीं लौटी तो मैंने 02-3 बार सडक की ओर जाकर चक्कर लगाया फिर मैंने उसका नाम लेकर बार-बार आवाज लगायी। आवाज मारमार चिपटी । फिर मैं लौटकर आयी तो मैंने देखा कि बांयी तरफ बाजरे के खेत में पीडिता की एक चप्पल उल्टी पडी थी । इस स्तर पर न्यायालय की अनुमति से न्यायालय की मोहर से दिनांकित 05.03.2021 को सील किया गया, पीला लिफाफा जिसके ऊपर आर्टीकल ए-3 लिखा हुआ है । इस लिफाफे के अन्दर खाकी रंग का एक खुला लिफाफा निकला, जिस पर एम. आर. 2393 / 2020 आर.सी. 1202020 (एस) 0005, इस लिफाफे के अन्दर एक और खाकी रंग का लिफाफा निकला, जिस पर वस्तु प्रदर्श-5 दिनांकित 05.03.2021 लिखा हुआ है। इसके अन्दर पीले रंग का एक लिफाफा और निकला जिस पर वस्तु प्रदर्श - 4 लिखा है। इसके अन्दर हवाई चप्पलों की जोडी निकली, जिस पर वस्तु प्रदर्श - 3 है । गवाह ने चप्पलों की जोडी देखकर बताया कि यह वही चप्पल है, जिसे पीडिता घटना वाले दिन पहने हुये थी। वस्तु प्रदर्श - 3 को खोलने के क्रम में पुनः उन्हीं लिफाफों में डालकर सील किया गया। मैंने चप्पल देखकर अपने हाथ में ले ली और मैंने सोचा कि अगर वह घर जाती तो दोनों चप्पल पहनकर जाती । चप्पल जहां पडी थी, वहां से बाजरा के खेत में गली बन गई थी। मैं वहाँ गई तो मैं देखकर घबरा गई, क्योंकि मेरी लडकी वहाँ बेहोश पडी थी, उसकी आँखें खुली हुई तथा लाल थी, उसके सारे कपडे उतरे हुये थे तथा उसके बगल में इधर-उधर पडे हुये थे । पीडिता के पैर भरा (नाली) की तरफ थे तथा उसका सिर खेत की तरफ था। पीडिता ने घटना से पूर्व कुर्ता - पैजामा, चुन्नी पहिन रखी थी, जो वहां खुले पडे थे, उसका अण्डरवियर भी वहीं पडा हुआ था। मैं देखकर घबराकर रोने लगी, रोने की आवाज सुनकर छोटू जो खेत का मालिक है, वह वहाँ आने लगा तो मैंने उसे आवाज लगाकर रूकने के लिये कहा, क्योंकि मैं पीडिता को कपडे पहना रही थी । पीडिता को कपडे पहनाने में लगभग पौन घण्टा लगा क्योंकि वह खडी नहीं हो पा रही थी, बेहोश पडी हुई थी और उसके गले पर खरोंच के निशान थे तथा मुँह पर खरोंच के निशान थे और उसकी जीभ कटी हुई थी। फिर मैं उसे जैसे-तैसे खींचकर बाहर लायी । मैं उसे बगल में बांहे लगाकर खींचकर बाहर लायी, उस समय केवल पैर जमीन