पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/१०७

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सच्चे खिष्टियान को यात्मिक मति । 8, 79. कृपा करके मेरी 18 चौरानवेवां गीत। १ तेरा चरन मेरी सरन ईसा प्रभु प्रान के नाथ सुध ले तेरे बिन मैं हूं अनाथ दया तेरी मासा मेरी रखत मुझ पर अपना हाथ ॥ २ अब तो मुझ पर दयादृष्टि कर अपने सुपथ मैं चला मेरी प्रीति और प्रतीति तुझ पर है और रहेगा दया तेरी आसा मेरी तेरा दास मैं हूं सदा ३ हे कृपालु दीनदयालु तुझी को मैं गहता हूं हे गुनखानी सबबर्दानी तुझ दया तेरी भासा मेरी तुझ में तृप्त मैं तोश मैं लहता हूं मैं रहता हूं ॥ ४ तेरा हृदय निरमल सदय सूर्य सा है हे प्रान के मीत