पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/११२

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१०४ सच्चे खिष्टियान की यात्मिक गति। ४ जा सखत बीमारी आती हो और मेरा जिस्म खाती हो यह बात मुझे सुहाती हो वाप मेरे तेरी मरज़ी हो। ५ जो मेरे साथ रूह तेरी हो और देवे ज़ोर रूह मेरी को तो जो तकलीफ़ बहुतेरी हो बाप मेरे तेरी मरज़ी हो । ६ तू मेरी मरजी ज़ियादातर अपनी मरज़ी के तावे कर कि कई दिल से सरासर बाप मेरे तेरी मरजी हो । 9 फिर आखिर को जब मेरी जान व्याज़ाद हो छोड़े यह मकान तव गाऊंगा भी बर यासमा बाप मेरे तेरी मरज़ी हो। 8,8,8,6. १८ अठानवेवां गीत । १ मैं जैसा हूं त्यों आता हूं मैं साथ कुछ नहीं लाता मसीह पर प्रांख उठाता हूं मसोत मैं पाता हूं ॥