पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/२७

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बैबल अर्थात धर्म शास्त्र । ११ ५ अासमान बयान करते खुदा का जलाल और फज़ा बताती है उस का कमाल हां मुबह और शाम भी और दिन भी और रात दिखाते अलकादिर खुदा को सिफात ॥ बैबल अर्थात धर्म शास्त्र । 7s. . की राह १६ उन्नीसवां गीत । १ बैवल है कलामुल्लाह ज़ाहिर करता है हक हक्क के मुतलाशी पर का करता जलवगर ॥ २ ग़ाफिल को जगाता है फेर गुमराह को लाता है रब्ब की वात बोलता है भेद नजात का खोलता है। ३ करता खुश उदासे को करता सेर वह प्यासे को तीरगी को करता दूर देखने को वह बख़शता नर ॥