पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/६०

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५२ प्रभु का दूसरी बार आना। ३ अब उस की देर न होगी पस रहो तुम होशयार हर जगह नज़र आते बरामद के आसार होशयार कुंवारियों में कौन हुई हैं शरीक क्योंकि यह सच तुम मानो कि दुलहा है नज़दीक । es 8,7s. ५० पचासवां गीत। १ देख वे स्वर्ग से उतर नाते लाखांलाख की बानी है जयजयकार का गीत वे गाते गाते हैं मसीह की जय ॥ २ मेघों से देख प्रभु याके स्थापित करता अपना राज अपने दुःख का फल वह पाके होगा जग का अधिराज। ३ उस के बैरी डर के मारे कांपते थर्थराते हैं उस के संत लोग उस के प्यारे जयजयकार मनाते हैं।