पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/६३

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प्रभु का दूसरी बार आन । ५५ ४ सब निअमतों के शाकिर हो ऐ सारी खलकुल्लाह ज़मीन ज़मान के मालिक को तुम जानो शाहनशाह ॥ ५ आसमानीओं में शामिल हो खुदा ही की दर्गाह औवल यो आखिर ईसा को हम जाने शाहनशाह ॥ L.M. ५३ तिरपनवां गीत। १ सुबहानुल्लाह मसीह सुलतान राज करेगा तमाम जहान सत्र लोग ज़मीन के ता कनार मसीह के हांगे तावेदार ॥ २ सब उम्मत हर ज़ात और रंग अरब ओ फार्स हिन्द फ़रंग और रूम और रूस और हवश चीन मसीह को होगी कुल ज़मीन ॥ झठ किताब कुरान पुरान सब झूठे मज़हब सब बुतलान इनमान शैतान की ज़िद ओ शर्र त खुदावन्द दफन कर ॥ ३ सव