पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/६४

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प्रभु का दूसरी बार आना। ४ वह वक्त मसीहा जलदो ला और सब मुखालिफत मिटा से के सुलतान ज़मीन पर होगा हुक्मरान ॥ जब 7s. तेरा राज तेरा राज २ ५४ चौवनवां गीत। १ आवे प्रभु सारे जगत में बिराज देस के देस जा धर्मबिहीन हावे तेरे सब अधीन यावे प्रभु सारे जगत में बिराज ॥ सब हैं भले भनेआधीन सब हैं पापी मनमलीन मुक्ति की आस से परे हैं नरक मारग धरे है आवे प्रभु सारे जगत में बिराज ॥ ३ तेरे परन हैं बितीत उस पर मेरी है प्रतीत सब का राजा ईसा है प्रभु और जगदीसा है तेरा राज