पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/९७

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सच्चे खिष्टियान की आत्मिक गति । दर मेरे मसीह के दिल को नित मेरी फिक्र है। C.M. ३ ॥ ८५ पचासीवां गीत । १ ईसा नाम तेरा दिलपसंद और कान को है शीरीन हमद् उस को कर श्रासमान बुलंद और सारी सरजमीन । तू मेरी जान का है अज़ीज़ और श्रास और यार मकबल सब तेरी निसवत है नाचीज़ और सोना चांदी धूल ३ जिस बात का मैं हूं आरजमंद से रोशनी बिन तेरे नापसंद और दोस्तो नामकसूद ॥ फजल तेरा बेबहा सो दिल में ठहरा है बलसान वह मेरे ज़ख़मों का और दर्द की दवा है ॥ गा रहूंगा मैं ईसा नाम और आवे मेरी मौत में है मौजूद ४ जा ५