प्रताप पीयूष
स्वर्गीय पंडित प्रतापनारायण मिश्र
के
उत्तमोत्तम लेखों तथा कविताओं
का
संग्रह।
संकलनकर्त्ता
रमाकान्त त्रिपाठी, एम० ए०,
प्रोफेसर, जसवन्त कालेज, जोधपुर।
प्रकाशक
सिटी बुक हाउस, कानपुर ।
To know, to esteem, to feel and then to part Make life's tale to many a feeling heart.
S. T. Coleridge.
तन्त्री, नाद, कवित्त, रस, सरस राग रति रंग।
अनबूड़े बूड़े, तरे, जे बूड़े सब अंग॥
(बिहारी)
Our many thoughts and deeds, our life and love,
Our happiness, and all that we have been,
Immortally must live and burn and move,
When we shall be no more...............
Shelley.
Printed by S. N. Tandon at The City Press, Cawnpore.
विषय-सूची
पृष्ठ
आलोचनात्मक अंश ............१-३९
निबंध
साहित्यिक ............४३-९८
१. आप ............ ४४
२. युवावस्था ............५१
३. भौं ............५४
४. ख़ुशामद ............५८
५. धोखा ............६१
६. परीक्षा ............६९
७. दाँत ............७२
८. 'द' ............७८
९. 'ट' ............८१
१०. स्त्री ............८६
११. दो ............९०
१२. खड़ी बोली का पद्य ............९६
सामयिक तथा परिहासपूर्ण ........१०१-१२०
१. कलिकोष ............१०१ (२)
पृष्ठ
२. किस पर्व में किसकी बनि आती है.........१०४
३. किस पर्व में किस पर आफत आती है....१०६
४. ककाराष्टक............१०८
५. मुक्ति के भागी............११०
६. होली है............११२
विभिन्न ............१२३-१६७
१. मतवादी अवश्य नर्क जायेंगे........१२३
२. 'ब्राह्मण' के उद्देश्य........१२९
३. 'ब्राह्मण' की अंतिम विदा........१३२
४. शिवमूर्ति.............१३३
५. सोने का डंडा और पौंडा........१४७
६. पंच-परमेश्वर........१५०
७. स्वतंत्र............१५७
कविता
सामयिक .............१७१-१८२
१. स्वामी दयानन्द की मृत्यु पर शोक-प्रकाशन....१७१
२. भारतेंदु हरिश्चन्द्र के स्वास्थ्य-लाभ के उपलक्ष में .......१७२
३. चार्ल्स ब्रैडला की मृत्यु परप........१७५
४. होली है अथवा होरी है........१७७
परिहासपूर्ण तथा व्यंगपूर्ण.........१८५-१९३
१. 'विवादी बढ़े हैं यहाँ कैसे कैसे'........१८५ (३)
पृष्ठ
२. 'वह बद.खू राह क्या जाने वफ़ा की'.....१८६
३. ककाराष्टक........१८७
४. जन्म सुफल कब होय ?.........१८९
विभिन्न ..........१९७
१. प्रेमसिद्धांत ...........१९७-२२२
२. " (उर्दू अनुवाद).........१९८
३. स्फुट कवित्त और सवैया.....१९९
४. कानपुर-महिमा ...........२०१
५. बुढ़ापा-वर्णन........२०२
६. सभा-वर्णन (वर्णनात्मक).....२०३
७. लावनियाँ ('मन की लहर' से) .......२०४
८. समस्यापूर्तियाँ.......२०६
९. तृप्यताम्..........२०८
१०. लोकोक्तियाँ (लोकोक्तिशतक' से) ......२१६
११. हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान.......२१८
१२. प्रार्थना १........२२०
१३. प्रार्थना २........२२१
१४. भजन १........२२२
१५. भजन ३........२२२
स्वर्गीय पं. प्रतापनारायण मिश्र
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