विकिस्रोत:आज का पाठ/१६ जून
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परिशिष्टः पारदर्शिता कब उपयोगी होती है? कार्ल मालामुद द्वारा रचित पुस्तक कोड स्वराज का एक अध्याय है जिसका प्रकाशन 2018 ई॰ में पब्लिक.रिसोर्स.ओआरजी इनकोरपोरेटेड "कैलिफोर्निया" द्वारा किया गया था।
""पारदर्शिता" एक अनिश्चित शब्द है, यह "सुधार (रिफौर्म)" शब्द जैसा होता है, जो सुनने में तो अच्छा लगता है लेकिन वास्तव में उसका जुड़ाव उस अनियमित राजनीतिक बात से होता है जिसे कोई बढ़ावा देना चाहता है। लेकिन इस विषय पर बात करना मूर्खतापूर्ण है कि क्या "सुधार" शब्द उपयोगी है (यह सुधार पर निर्भर करता है), आमतौर पर पारदर्शिता पर बात करके हम किसी खास निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाएंगे।..."(पूरा पढ़ें)