विकिस्रोत:आज का पाठ/२६ अप्रैल
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शिवाजी की बढ़ती ई॰ मार्सडेन द्वारा रचित तथा लाला सीताराम द्वारा अनूदित पुस्तक भारतवर्ष का इतिहास का बयालिसवाँ अध्याय है जिसका प्रकाशन कलकत्ता के मैकमिलन एण्ड कम्पनी लिमिटेड द्वारा १९१९ ई॰ में किया गया था।
"शिवाजी शाहजहां की राजगद्दी की साल सन् १६२७ ई॰ में पैदा हुआ था। उसका बाप बीजापुर के दरबार में नौकर था। बाप नौकरी में था, शिवाजी पूने में पल रहा था। लिखना पढ़ना तो पण्डितों और ब्राह्मणों का काम समझा जाता था इस कारण शिवाजी को नहीं सिखाया गया; अलबत्ता शस्त्र विद्या की सब कलायें सिखाई गईं, जैसे घोड़े पर चढ़ना, तीर चलाना, कुश्ती लड़ना, बल्लम चलाना इत्यादि। उसको प्राचीन हिन्दू सूर बीरों के चरित याद थे। और उसकी अभिलाषा थी कि मैं भी उनकी भांति काम करके नाम और उन्नति प्राप्त करूं।..."(पूरा पढ़ें)