विकिस्रोत:आज का पाठ/२९ जून
हिन्दी साहित्य का माध्यमिककाल अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' द्वारा रचित पुस्तक हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकास का एक अध्याय है। इस पुस्तक का प्रकाशन १९३४ ई॰ में पटना विश्वविद्यालय, पटना द्वारा किया गया था।
"हिन्दी साहित्य का माध्यमिककाल, मेरे विचार से चौदहवीं ईस्वी शताब्दी से प्रारम्भ होता है। इस समय विजयी मुसल्मानों का अधिकार उत्तर भारत के अधिकांश विभागों में हो गया था और दिन दिन उनकी शक्ति वर्द्धित हो रही थी। दक्षिण प्रान्त में उन्होंने अपने पांव बढ़ाये थे और वहां भी विजय-श्री उनका साथ दे रही थी। इस समय मुसल्मान विजेता अपने प्रभाव विस्तार के साथ भारतवर्ष की भाषाओं से भी स्नेह करने लगे थे। और उन युक्तियों को ग्रहण कर रहे थे जिनसे उनके राज्य में स्थायिता हो और वे हिन्दुओं के हृदय पर भी अधिकार कर सकें। इस सूत्र से अनेक मुस्लिम विद्वानों ने हिन्दी भाषा का अध्ययन किया, क्योंकि वह देश-भाषा थी! मुसल्मानों में राज्य प्रचार के साथ अपने धर्म-प्रचार की भी उत्कट इच्छा थी। ..."(पूरा पढ़ें)