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  • बादशाह के जमाने में राजा जैसिह सवाई ने जो मालिक जैनगर को थी सुरति नामक कवीश्वर से कहा कि वैतालपचीसी को जो जबान संस्कृत में है तुम ब्रजभाषा में कहो। तब...
    ३८३ B (१,८२२ शब्द) - ०२:५८, २१ नवम्बर २०२१
  • पर गर्व करता है। भाट और कवीश्वर गलियों और सड़कों पर हल्दीघाटी की घटना सुनाकर लोगों को रुलाते हैं, और जब तक मेवाड़ का कोई कवीश्वर जिंदा रहेगा और उसके हृदय-स्पर्शी...
    ४१४ B (५,४८७ शब्द) - ०६:१७, २९ जुलाई २०२०
  • यह बात भी अनुभवशाली पुरुषों की बताई हुई है फिर इन सिद्ध एवं विदग्धालाप कवीश्वरों का मन कभी साधारण विषयों पर नहीं दौड़ता। वे संसार भर का चुना हुआ परमोत्तम...
    ७४२ B (२,५८१ शब्द) - १६:४५, १६ मार्च २०२१
  • हरिरायजी भी थे, जिन्होने गद्य में तीन पुस्तके लिखी । सं० १६८० में जटमल कवीश्वर ने गोरा-बादल की कथा नामक पुस्तक पद्य में लिखी जिसके अनुवाद में खड़ी बोली...
    ४७९ B (५,५४३ शब्द) - ०३:०५, २१ नवम्बर २०२१
  • परिपूर्ण नहीं है, ​वे महादरिद्री लोग केवल रीति-मात्र का अवलम्बन कर के कवीश्वर की पदवी कदापि नहीं पा सकते। काव्य के गुणों और दोषों की विवेचना संस्कृत...
    ५५३ B (३,५६४ शब्द) - १३:२१, ८ अक्टूबर २०२४
  • अटा महल में जाय॥ उतरिकै डोला सों संयोगिनि बैठी रङ्ग महल में आय १११ चंद कवीश्वर फिरि जल्दी सों पहुँचा जहां चँदेलाराय॥ औ फिरि बोला हाथ जोरिकै ओ महराज कनौजीराय...
    ३२६ B (६,९३१ शब्द) - ०८:०४, १५ सितम्बर २०२४
  • कर उगाहने के लिए जमा थे। एक ओर नट ढोल बजा बजाकर अपने करतब दिखा रहा था। कवीश्वर महाराज की अतुल काव्य शक्ति आ उमंगपर थी। शर्माजी इस दृश्य से बहुत प्रसन्न...
    ३४१ B (७,५०३ शब्द) - २१:०६, २५ अप्रैल २०२२
  • के रूप में प्रतिष्ठित होना एक आकस्मिक बात थी। अतः सूर और तुलसी ऐसे भक्त कवीश्वरो के प्रादुर्भाव के कारणों में अकबर द्वारा संस्थापित शांति-सुख को गिनना भारी...
    ८३८ B (९,६२६ शब्द) - ०१:४३, २० मई २०२४
  • जयसाह (महाराज जयसिंह) के दरबार में रहा करते थे। कहा जाता हैं कि जिस समय ये कवीश्वर जयपुर पहुँचे उस समय महाराज अपनी छोटी रानी के प्रेम में इतने लीन रहा करते...
    ६४७ B (२१,१०५ शब्द) - ०१:५७, २० मई २०२४
  • रामचन्द्रजी के गुण-समूह रूपी पवित्र वन में बिहार करनेवाले विशुद्ध विज्ञानसम्पन्न कवीश्वर (वाल्मीकि मुनि) और कपीश्वर (हनूमानजी) की मैं वन्दना करता हूँ॥४॥ मुनि और...
    ५३६ B (१७,९०३ शब्द) - ०४:५४, १८ अगस्त २०२४