(२६३ ) ६१४०. आर्यावर्त के जो राजा आर्यावर्त्त के राजा समुद्रगुप्त से परास्त हुए थे, उनकी नामावली इस प्रकार है- रुद्रदेव, मतिल, नागदत्त, चंद्रवर्मन् , गणपति-नाग, नागसेन, अच्युतनंदी और बलवर्मन'। यह सूची दो भागों में विभक्त हो सकती है। (१) इनमें से पहले भाग में गणपति नाग से बलवर्मन् तक उन राजाओं के नाम हैं जो पहले आर्यावर्त्त युद्ध में परास्त हुए थे। इनमें से पहले तीन राजा तो कौशांबी में मारे गए थे और अंतिम राजा बलवर्मन् उस समय पाटलिपुत्र का शासक रहा होगा, जिस समय समुद्रगुप्त की सेना ने उस पर अधिकार किया था और जिसका उल्लेख सातवें श्लोक में बिना नाम के ही हुआ है। यदि यही बात हो तो हम कह सकते हैं कि कल्याण-वर्मन् का ही दूसरा या अभिषेक-नाम बलवर्मन् रहा होगा। और इसीलिये हम यह भी कह सकते हैं कि दूसरे वर्ग या विभाग में उन राजाओं और शासकों के नाम हैं, जो दूसरे युद्ध में परास्त हुए थे अथवा दूसरे युद्ध के बाद भी कुछ दिनों तक जो और छोटे-मोटे युद्ध होते रहे होंगे, उन्हीं में वे परास्त हुए होंगे । इनमें से नागदत्त वही हो सकता है जो महाराज महेश्वर नाग का पिता था। यह महेश्वर नाग उप-राज था जिसकी एक मोहर लाहौर में पाई गई थी। उस १. फ्लीट कृत Gupta Inscriptions, पृ. १२ । २. इस बात की बहुत कुछ संभावना जान पड़ती है कि इसके कुछ ही दिन बाद समुद्रगुप्त का मथुरा के पश्चिम श्रुघ्न देश में और वहाँ से जालंधर तक एक दूसरा अभियान भी हुआ था ।
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