पृष्ठ:अमर अभिलाषा.djvu/३५४

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दूसरा संस्कार अत्यन्त शुद्धतापूर्वक छापा गया है। मूल सचित्र सजिल्द का पया। -विनाश को घड़ी (अनुवादक-ठाकुर राजबहादुरसिंह) विश्व-विग्यात माधुनिक दार्शनिक रोन्या रोला के वीर- रसपूर्ण नाटक Fourteenth of July का हिन्दी-अनुवाद । मूल्य रुपया। है ८-तपोभूमि लेखकगण- (श्री० जैनेन्द्रकुमार जैन) (श्री ऋषभचरण जैन) जैन-बन्धु का प्रथम और अपूर्व सामाजिक उपन्यास साढ़े तीन-सी पृष्ठ के उपन्यास में केवल कुल चार पात्र है-- जिनमें समी अनोले, सभी विचित्र, सनी अपूर्व ! किस प्रकार मादमी का मन गिरगिट की तरह रंग बदलता है, किस प्रकार बड़े-बड़े संपमी महापुरुष कामिनी के स-नान में सर्वस्व गंवा बैठते हैं। इसके साथ ही घरू मलाड़ों की शान्ति का क्या उपार है, और स्त्री-पुरुप का जीवन क्यों दुःखपूर्ण हो उठता है इसका रहस्य भी इस पुस्तक में देखिये। मूल्प केवल । रुपये।