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अहङ्कार

विचारों को भी जान लेता है। कहीं इसे क्रोध आ गया तो सोते में हृदय को चीर निकालेगा और उसके स्थान पर एक 'स्पज', रख देगा। दूसरे दिन जब तुम पानी पियोगी तो दम घुटने से मर जाओगी।

थायस ने देखा कि दोनों युवतियों के मुख वर्णहीन हो गये हैं जैसे उड़ा हुआ रंग। तब वह उन्हें इसी दशा में छोड़ कर पापनाशी के समीप एक कुरसी पर ना बैठी। सहसा कोटा की सूदा पर गर्व से भरी हुई कंठध्वनि कनफुसकियों के ऊपर सुनाई दी-

'मित्रो, आप लोग अपने-अपने स्थानों पर बैठ जायें। ओं ग़ुलामों! वह शराब लाओ जिसमें शहद मिली है।'

तब भरा हुआ प्याला हाथ में लेकर वह बोला-

पहले देवतुल्य सम्राट, और साम्राज्य के कर्णधार सम्राट कान्सटैनटाइन की शुमेच्छा का प्याला पियो। देश का स्थान सर्वोपरि है, देवताओं से भी उच्च, क्योंकि देवता भी इसी के उदर में अवतरित होते हैं।

सब मेहमानों ने भरे हुए प्याले ओठों से लगाये; केवल पापनाशी ने न पिया क्योंकि कान्सटैनटाइन ने ईसाई सम्प्रदाय पर अत्याचार किये थे, इसलिए भी कि ईसाई मत मर्तलोक में अपने स्वदेश का अस्तित्व नहीं मानता।

डोरियन ने प्याला खाली करके कहा-

देश का इतना सम्मान क्यों? देश है क्या? एक बहती हुई नदी। किनारे बदलते रहते हैं और बल में नित नई तरंगें उठती रहती हैं।

जलसेना नायक ने उत्तर दिया-डोरियन, मुझे मालूल है कि तुम नागरिक विषयों की परवा नहीं करते और तुम्हारा विचार है कि ज्ञानियों को इन वस्तुओं से अलग-अलग रहना