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अहङ्कार

में गुलाम है, पर स्वर्ग में यह प्रभु मसीह की प्रेयसी बनेगी। तब उसने थायस से पूछा—

थायस, क्या तू ईश्वर पर, जो हम सबों का परम पिता है, उसके इकलौते पुत्र प्रभु मसीह पर जिसने हमारी मुक्ति के लिए प्राण अर्पण किये, और मसीह के शिष्यों पर विश्वास करती है?

हब्शी और हब्सीन ने एक स्वर से कहा—हाँ

तब बिशप के आदेश से नीतिदा ने थायस के कपड़े उतारे। वह नग्न हो गई। उसके गले में केवल एक यंत्र था। बिशप ने उसे तीन बार जल कुण्ड मे रोता दिया, और तब नीतिदा ने देह का पानी पोंछकर अपना सुफेद वस्त्र पहना दिया। इस प्रकार वह बालिका ईसा की शरण में आई जो कितनी परीक्षाओं और प्रलोभनों के बाद अमर जीवन प्राप्त करने वाली थी।

जब यह संस्कार समाप्त हो गया और सब लोग खोह से बाहर निकले तो अहमद ने बिशप से कहा—

पूज्य पिता, हमें आज आनन्द मनाना चाहिए क्योंकि हमने एक आत्मा को प्रभु मसीह के चरणों पर समर्पित किया। आज्ञा हो तो हम आपके शुभस्थान पर चलें और शेष रात्रि उत्सव मनाने में काटें।

बिशप ने प्रसन्नता से इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। लोग बिशप के घर आये। इसमें केवल एक कमरा था। दो चरखे रखे हुए थे और एक फटी हुई दरी बिछी थी। जब यह लोग अन्दर पहुँचे तो बिशप ने नीतिदा से कहा—

चूल्हा और तेलका बोतल लाओ। भोजन बनायें।

"यह कहकर उसने कुछ मछलियाँ निकाली, चन्हे तेल में भूना, तब सबके सब फर्श पर बैठकर भोजन करने लगे। बिशप ने अपनी यंत्रणाओं का वृत्तान्त कहा और ईसाइयों के विजय पर विश्वास