पृष्ठ:आनन्द मठ.djvu/२००

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

 

१५–मैं नीरोग हूं या रोगी
ले° प्रसिद्ध जलचिकित्सक डाक्टर लुईकूने

यदि आप स्वस्थ रहकर आनन्द से जीवन बिताना, डाक्टरों, वैद्यों और हकीमों के फन्दे से छुटकारा पाना, प्राकृतिक नियमानुसार रहकर सुख तथा शान्तिका उपभोग करना चाहते हैं तो इस पुस्तक को पढ़िये और लाभ उठाइये। जर्मनी के प्रसिद्ध डा° सुईकूने की इस पुस्तक का मूल्य ।)

१६–रामकी उपासना
ले° रामंदास गौड़ एम° ए°

स्वामी रामतीर्थ से कौन हिन्दू परिचित न होगा। उनके उपदेशो का अवय और सनन लोग बड़ी ही श्रद्धाभक्ति से करते है। प्रस्तुत पुस्तक उपासना के विषय में लिखी गयी है। उपासना की आवश्यकता, उसके प्रकार, परब्रह्म में मनको लीन करना, सच्ची उपासना के बाधक और सहायक, सच्चे उपासकों के लक्षण आदि बातें बड़ी ही मार्मिक और सरल भाषा में लिखी गयी है । हिन्दू गृहस्थों के लिये पुस्तक बड़ी ही उपयोगी है। सुन्दर एण्टिक कागजपर छपी है। कवरपर उपासना की मुद्रा में स्वामी रामतीर्थजी का एक चित्र भी है। ४८ पृष्ठ की पुस्तक का मूल्य ।)

१७–बच्चों की रक्षा
ले° डाक्टर लुईकूने

डाक्टर खरंकूने जर्मनीके प्रसिद्ध डाक्टर हैं। आपने अपने अनुभवो को अब बीमारियों के दूर करने का प्राकृतिक उपाय निकाला है। आपकी सब- चिकित्सा आजकल घर घर में प्रचलित है। इस पुस्तक में डाक्टर साहब नेयह दिखलाया है कि बच्चों की रक्षा की उचित रीति क्या है और उसके अनुसार न चलने से हम अपनी सन्ततिको किस गर्त में गिरा रहे है। स्त्रियों-के लिये विशेष उपयोगी है। विद्यालयों की पाठ्य पुस्तकों में रखने योग्य है। सुन्दर एपिटक कागज के ४८ पृष्ठों की पुस्तक का मूल्य ।-)