खेती की पैदावार-भोज्य पदार्थ २२६ . -सोवियट रूस.... ४--अरजनटाइन ५-आस्ट्रेलिया ६-भारतवर्ष ७-रूमानिया -बलोरिया यह तो हम पहले ही कह चुके हैं गेहूँ के उत्पन्न होने के लिए ठंडक और थोड़ी वर्षा, और पकने के लिए गरमी और सूखी वायु की आवश्यकता है। इस कारण जिन देशों में भी उपयुक्त जलवायु मिलती है गेहूं उत्पन्न होता है । भिन्न भिन्न देशों की भौगोलिक परिस्थिति में मिलता होने के कारण गेहूँ प्रत्येक महीने में किसी न किसी देश में अवश्य काटा जाता है । यही कारण है कि गेहूँ का बाजार अन्तराष्ट्रीय ( International ), बन गया है और मूल्य सब कहीं लगभग एक सा रहता है। फसल कटने का समय नवम्बर, दिसम्बर, जनवरी-अरजैनटाइना, चिली, आस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलड फरवरी, मार्च-मिन और भारतवर्ष अप्रैल, मई-मैक्सिको, ईरान, चीन, और जापान जून, जूलाई-दक्षिणी और मध्य संयुक्वं राज्य अमेरिका, पश्चिमीय और भूमध्य सागर के पास का योरोप अगस्त -पोलैंड, मध्य रूस, उत्तरीय संयुक्तराज्य अमेरिका और कनाडां । सितम्बर, अक्टूबर-काटलैंड, स्वीडन, और नारवे । संसार में गेहूँ उत्पन्न करने वाले देशों की तुलनात्मक स्पिंति इस प्रकार है :- (१९४० की पैदावार लाख मैटुरिक क्विन्टल Quintal में) [१ मैटरिक किन्टल बराबर है ३६७४३ बुशल के] ४०६० । जर्मनी संयुक्तराज्य अमेरिका २२२० फ्रांस ५२० चीन टी' १२० १५०० पौलैंड भारतवर्ष १०६०) आस्ट्रेलिया : २२० अरजैन्टाइन स्पेन २१० इटली ७१० हंगरी २०० भा. भू-१७ सोवियत रूस '... १९०० कनाडा ... २३० ७४. ... .
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