पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/३२८

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मुख्य व्यापारिक देश

मुख्य व्यापारिक देश तथा हालैंड को छोड़कर अन्य सब देशों में जाड़े के महीनों में तापक्रम शून्य तक पहुँच जाता है। योरोप में गर्मी और वर्षा पैदावार के लिए यथेष्ट होने के कारण लगभग सब भूमि जोती जा सकती है। केवल रूस के दक्षिण-पूर्वी भाग में तथा स्पेन के मध्य भाग में वर्षा न होने के कारण खेती नहीं हो सकती। उत्तर और पश्चिम में पतझड़ के महीनों में अधिक वर्षा होती है। गर्मियों में पूर्व के देशों में वर्षा अधिक होती है। भूमध्यसागर के प्रायद्वीपों में वर्षा जाड़ों में होती है, गर्मियों में वर्षा नहीं होती। योरोप को भौगालिक आधार के अनुसार चार भागों में बांटा जा सकता (१) पश्चिमीय योरोप, (२) भूमध्यसागर का भाग, (३) मध्य योरोप तथा (४) पूर्वी योरोप । पश्चिमीय योरोप आल्पस पर्वत के उत्तर पश्चिमी भाग को कहते हैं। इस भाग पर समुद्र का बहुत प्रभाव है । इस भाग में जाड़े के दिनों में (नार्वे को छोड़कर ) अत्यधिक शीत नहीं पड़ता। और गर्मियों में कम गर्मी होती है। वर्षा यहाँ खूब होती है । इस भाग में खेती, फलों की पैदावार, तथा दूध-मक्खन का धंधा खूब होता है किन्तु यह भाग योरोप का सबसे अधिक महत्वपूर्ण औद्योगिक प्रदेश है। इसकी औद्योगिक उन्नति के मुख्य दो कारण हैं (१)- कोयला और लोहे की बहुतायत ( २ ) तथा समुद्र के समीप होने से व्यापारिक मार्ग की सुविधा । तट टूटा होने के कारण यहाँ बहुत अच्छे बन्दरगाह हैं। इस भाग के समुद्रतट पर मछली पकड़ने का धंधा भी अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। मध्य योरोप में जाड़ों में भयंकर शीत होता है । वर्षा वर्ष भर होती है। यद्यपि पश्चिमी योरोप से यहाँ वर्षा कम होती है परन्तु फिर भी खेती के लिए काफी होती है। पश्चिमी भाग में गर्मी अधिक होती है । इस कारण यह भाग खेती की दृष्टि से अधिक महत्त्वपूर्ण है । यद्यपि कोयला और लोहा इस प्रदेश में अधिक नहीं पाया जाता परन्तु थोड़ा बहुत मिलता है। इस कारण उद्योग-धंधों की भी उन्नति (विशेष कर जर्मनी में ) हो सकी है। हाँ समुद्र तक माल ले जाने का सुविधाजनक मार्ग न होने के कारण धंधे केवल रुर ( Ruhr ) प्रदेश में ही केन्द्रित हैं । राइन नदी के कारण समुद्र तक माल ले जाने की जो सुविधा है उसके कारण इस भाग में धंधे केन्द्रित हो गए हैं। भूमध्यसागर के भाग में वर्षा कम होती है और जो कुछ भी वर्षा होती है वह केवल जाड़ों में । इस कारण खेती के लिए यहां सिंचाईकी आवश्यकता