पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/३३५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
३२६
आर्थिक भूगोल

३२६ अार्थिक भूगोल - १.२ प्रतिशत, चुकंदरं ३७ प्रतिशत, सब्जी ३४ प्रतिशत, फन्न ५५ प्रतिशत की वृद्धि युद्ध के ६ वर्षों में हुई है। ब्रिटेन में पशुपालन भी एक महत्वपूर्ण धंधा है। पशु दूध, मांस और खाल के लिए पाले जाते हैं। आयरलैंड मस्त्रन के धंधे के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। एक समय था जब कि ब्रिटेन में भेड़ पालने का धंधा बहुत उन्नत दशा में था । ब्रिटेन की आर्थिक समृद्धि भेड़ पर ही निर्भर थी । यद्यपि ऊन का ब्रिटेन के आर्थिक जीवन में इतना महत्वपूर्ण स्थान नहीं है किन्तु फिर भी भेड़ पालने का धंधा महत्वपूर्ण है वहाँ दो करोड ६० लाख भेड़ें हैं। मुख्य भेड़ पालने वाले प्रदेश नीचे लिखे हैं:-१) पैनाइन पर्वतमाला (२) वैल्श पहाड़ी प्रदेश, (३ ) स्काटलैंड का पर्वतीय प्रदेश, (४) आइरलैंड । मछली का धंधा ब्रिटेन का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण धंधा है। देश की लगभग २० प्रतिशत जनसंख्या मछली के धंधे पर मछली का धंधा निर्भर है । पूर्वोय तट पर यह धंधा मुख्यतः केन्द्रित है। उत्तरी-सागर में मुख्यतः हैडाक, हैरिंग, काड, और मैकरेल अधिकतर मिलती हैं। विक (Wick) ऐबरडीन (Aberdeen) पीटरहैड, स्टोन-हेविन ( Stoue Heaven ) हल ( Hull ) ग्रिम्सबी (Grmisby ) और यारमाऊथ ( Yarmouth ) मुख्य बंदरगाह हैं जहाँ मछली के धंधे के केन्द्र हैं। इंग्लिश चैनल में पिलचर्ड मिलती है। यद्यपि मछली का धंधा ब्रिटेन का बहुत उन्नत धंधा है किन्तु फिर भी ब्रिटेन को संयुक्तराज्य अमेरिका, कनाडा और नार्वे से मछली मँगाना पड़ती है। ब्रिटेन की नदियों में सालमन और ट्राऊट ( Trout ) जाति की मछलियों पाई जाती हैं। ब्रिटेन संसार का मुख्य प्रौद्योगिक राष्ट्र है। यहाँ के मुख्य धंधे लोहा और स्टील, सूती वस्त्र, ऊनी वस्त्र तथा रसायनिक धंधे ब्रिटेन के धंधे हैं। अधिकतर ब्रिटेन के धंधे कोयले की खानों पर केन्द्रित हैं। पिछले कुछ दिनों से वहाँ विद्युत् का भी उपयोग होने लगा है। अठारहवीं शताब्दी के अन्त में ब्रिटेन में जो सूती वस्त्र व्यवसाय उन्नति कर गया उसके बहुत से कारण थे (१) ब्रिटेन की सूती वस्त्र का सामुद्रिक शक्ति बढ़ी चढ़ी होने के कारण तथा विशाल धंधा साम्राज्य होने के कारण उसे कच्चा माल (कपास)