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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/३८०

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भारतवर्ष की प्रकृति

भारतवर्ष की प्रकृति ३६६ व्यापार कठिन है। योरोप में आल्पस के दरें ४००० से ७००० फीट तक ऊँचे हैं। इन दरों में से होकर रेलवे लाइनें इटली को जर्मनी, आस्ट्रिया, तथा स्वीटज़रलैंड से जोड़ती हैं। इस कारण वहाँ का व्यापार बढ़ गया है । किन्तु हिमालय की अभेद्य दीवार ने भारतवर्ष को अपने पड़ोसी देशों से सर्वथा पृथक कर दिया है। ३०००' पर -१२००-३००० -६००-१२०० olifoo! हिमालय के पश्चिम में हिन्दूकुश है जो दक्षिण की योर अफगानिस्तान में चला गया है। पश्चिम में सुलेमान पहाड़ उत्तर से दक्षिण की ओर गया है। सुलेमान के दक्षिण में और सिन्ध के पश्चिम में किरथर पहाड़ की ओपियाँ समुद्र तक चली गई हैं। हिमालय को पश्चिमी पर्वत शाखायें नीची और उजाड़ हैं। नदियों ने इन पहाड़ियों को काट कर सुगम दरें बना लिए हैं। उनमें खैबर तथा बोलन के दरें महत्वपूर्ण हैं। शताब्दियों से भारतवर्ष का अपने पड़ोसी अफगानिस्तान से जो कारयो द्वारा व्यापार होता आ रहा है वह इन्हीं दरों का प्रसाद है। इन दरों में से केवल व्यापारी ही पाते रहे हो यही बात नहीं है, भारतवर्ष पर मा० भू०-४७