पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/३९६

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भारतवर्ष की प्रकृति

भारतवर्ष की प्रकृति यद्यपि मारतवर्ष में वर्षा ऋ! निश्चित है, परन्तु वर्षा कितनी होगी .यह बहुत अनिश्चित है। किसी वर्ष विशेष वर्षा बहुत होती है किन्तु अन्य खाड़ी/ जाड़े की वर्षा (नोम्वर से फरवरीतक) बगाली सगर Ankos गरेज उंग सेफण वर्षों में वर्षा बहुत कम होती है। जिन भागों में वर्षा कम होती है वहीं वर्षा अनिश्चित होती है किन्तु जहाँ वर्षा अधिक होती है वहाँ निश्चित होती है। केवल इतना ही नहीं कभी कभी मानसून देर से आती है और जल्दी ही समाप्त हो जाती है। इस अनिश्चित वर्षा के कारण फसलों को बहुत हानि पहुंचती है घोर अकाल पड़ जाती है। किसी किसी वर्ष वर्षा पा० भू०-४६