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आर्थिक भूगोल

३८६ आर्थिक भूगोल आवश्यकता से भी अधिक होती है जिससे खेती को हानि पहुँचती है। वास्तव में यदि देखा जाये तो भारतवर्ष में वर्षा बहुत ही अनिश्चित है और इस पर निर्भर होने के कारण खेती भी अनिश्चित है। २०" से कम HANI] २०" से ४० ४०"से" ८." से अधिक गरमियों की वर्षा की विशेषता यह है कि वह बहुत तेजी से और एक साथ बहुत होती है इस कारण बहुत सा जल नदियों द्वारा बह जाता है पृथ्वी उसको सोख नहीं पाती। इसका परिणाम यह होता है कि जल वृष्टि का अधिक वेग होने के कारण बहुत सी भूमि कट जाती है और मिट्टी बह जाती है । भूमि के इस कटाव ( Soil erosion ) से खेती को वहुत हानि पहुँचती है। भारत की जलवायु की कुछ विशेषताएं हैं जिनका भारत के आर्थिक जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। हमें उनके सम्बन्ध जलवायु का भारत में जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए। के आर्थिक जीवन पर प्रभाव