वन सम्पति जमुना और प्रतिबंध रहता है जिससे कि वनों को हानि न पहुँचे। (३) साधारण वन ( Unclassed forests ) यह वन विशेष महत्त्वपूर्ण नहीं हैं। जमुना और चम्बल इटावा जिले में भूमि को प्रतिवर्ष काट काट कर खेती के लिए वेकार कर रही थी। वन विभाग ने इस कटाव को रोकने के लिए ३५००० एकड़ भूमि में गंगा के मुहाना शीशम और बबूल के वन लगा दिये हैं। इनसे केवल यही लाभ नहीं हुआ कि खेती की भूमि नष्ट होने से बच गई वरन ईधन के लिए लकड़ी भी मिलने लगी है। जब पंजाब में नहर निकाली गई और नहरों के उपनिवेश स्थापित हुए पंजाव के छंगा तो लकड़ी की अावश्यकता हुई अतएव वन विभाग मंगा के धन ने नहरों के जल से सींच कर वन लगाये और आज इन वनों से यथेष्ट लकड़ी प्रास होती है। जहाँ जहाँ पानी के बहाव से भूमि का कटाव ( Erosion of Soil) होता है वहाँ वहाँ वन लगाने से कटाव को रोका जा सकता है और खेती की भूमि को नष्ट होने से बचाया जा सकता है। अभ्यास के प्रश्न १-भारत में कितने प्रकार के वन मिलते हैं और वे कहां हैं विस्तार पूर्वक लिखो। २-भारत में कौनसी मूल्यवान लकड़ियाँ मिलता हैं और वे किन वनों में पाई जाती हैं। ३-भारत में अन्य उपयोगी वनोत्पन्न पदार्थ ( Minor Forest Produce ) का क्या महत्व है। यह पदार्थ विशेष रूप से कहा मिलते हैं। ४-भारत की वन सम्पत्ति का पूरा पूरा उपयोग क्यों नहीं हो पाया ‘कारण सहित लिखिए।
पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/४१४
दिखावट