पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/५३२

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उधोग-धंधे

-- उद्योग-धंधे. वैसे तो देश भर में कुटीर उद्योग-धंधे फैले हुए. हैं परन्तु कोई कोई स्थान वहां के कारीगरों की कुशलता के कारण विशेष प्रसिद्ध हो गया है ऐसे स्थानों में कोई धन्धा विशेष केन्द्रित हो जाता है। उदाहरण के लिए बनारस का रेशम का पन्धा, पीतल के बर्तन इत्यादि। कुटीर उद्योग-धंधों में हाथ क से कपड़ा तैयार करने. का धंधा सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। यह अनुभव किया जाता है कि देश में लगभग पचास लाख बुनकर इस धन्धे में लगे हुये हैं। हाथ कपों से देश की कुल कपड़े की मांग का २५% कपड़ा उत्पन्न होता है और देश में जितना कपड़ा तैयार होता है उसका लगभग ४० प्रतिशत कपडा हाथ कों से तैयार होता है। देश में लगभग २५ लाख कईं चलते हैं। वैसे तो देश के प्रत्येक भाग में हाथ क से कपडा तैयार होता है किन्तु जिन प्रदेशों में रेलवे लाइन तथा गमनागमन की सुविधा कम है वहाँ यह धंधा अधिक महत्वपूर्ण है। आसाम, बंगाल, मदरास तथा राजपूताने में यह धन्धा विशेष महत्वपूर्ण है। श्रासाम में लगभग ४५०,००० कर्फे हैं। हाथ कईं के बुनकर अब मिलों का सूत काम में लाते हैं। कुछ वर्षों पूर्व तक हाथ कघा के बुनकर अधिकतर विदेशी सूत को काम में लाते थे किन्नु कुछ वर्ष हुये कि भारत सरकार ने विदेशों से आने वाले सूत पर ड्य टी लगा दी जिससे कि हाए कईं के बुनकर श्रय देशी मिलों का सूत ही काम में लाते हैं। भारत सरकार ने प्रान्तीय सरकारों के द्वारा हाथ क के धंधे को सहायता दी थी। आज प्रत्येक प्रान्त में प्रान्तीय सरकारें इस धंधे को सहायता और प्रोत्साहन दे रही हैं। हाथ क के धन्धे को देशी मिलों का प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। हाथ क.. के बुनकरों के सामने कुछ कठिनाइयाँ हैं । वे. आधुनिक ...डिजाइनें तैयार नहीं कर सकते, बाजार में कौन. सी डिज़ाइन अधिक पसंद की जाती है यह मालूम करने का उनके पास कोई साधन नहीं होता और न वे अपने माल को अच्छी तरह से बाज़ार में बेंच ही सकते हैं। प्रत्येक प्रान्त में प्रान्तीय सरकार ने हैंड-लूम यमपोरियम स्थापित किये हैं अथवा सहकारी यूनियन को सहायता दी है। जो हाथ' क के द्वारा तैयार कपड़े बेंचती है। हाथ कर्षे का धंधा देश का एक महत्व पूर्ण धंधा है। • यदि सहकारी बुनकर समितियों के द्वारा इस धंधे का संगठन किया जाय और एक प्रान्तीय सहकारी बुनकर यूनियन सम्बंधित समितियों के कपड़े को बेचने का प्रबंध करे, बुनकर समितियों को सूत देने का प्रबंध करे, नये डिजाइनों का भविष्कार करवा कर समिति के सदस्यों को बतलाये, लोगों को चिका .. 1 . 2