पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/५३९

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आर्थिक भूगोल

। .५२८ आर्थिक भूगोल की है कि रेलों और सड़कों की प्रतिस्पर्द्धा को कम किया जाय । बात यह है कि मोटरों द्वारा ७० या ८० मील से अधिक माल किफायत से नहीं भेजा जा सकता । अधिक दूरी तक माल ले जाने के लिए रेलों की आवश्यकता फिर भी रहेगी। साथ ही मोटर से भी लाभ है । इस कारण दोनों प्रकार के साधनों की प्रतिस्पर्धा को कम करके उनमें सामंजस्य स्थापित करना चाहिए। भारतवर्ष में इस बात की आवश्यकता है कि गांवों में अधिकाधिक सड़कें बनाई जावें । इस समय गांवों में मार्गों की बहुत असुविधा है । खेती की पैदावार का मंडियों तक लाने में बहुत असुविधा होती है । यदि गांवों में सड़कें बन जावें तो मोटर द्वारा उनको मंडियों और रेलवे लाइनों से जोड़ा जा सकता है। इससे जहां गांवों की उन्नति होगी वहाँ रेलों को अधिक माल ढोने को मिलेगा। यदि गाँवों में मार्गों की सुविधा हो जाये तो वहाँ . धन्धे मी पनप सकते हैं। बिना ग्रामीण मार्ग की उन्नति किये गांवों की उन्नति नहीं हो सकती। ब्रिटिश भारत बर्मा तथा देशी राज्यों में कार, लारी तथा मोटर साइकिल सब मिला कर लगभग दो लाख से कुछ कम हैं। इनमें १४% बम्बई में, १३.५% बंगाल में, ११% मदरास में, १०.२५% बर्मा में, ६.५% संयुक्त प्रान्त में, ६% पंजाब में, ३४% बिहार में, ०.६% उड़ीसा में, ३.४% मध्यप्रान्त में, २४% आसाम में, १८% सिंघ में, २% सीमा प्रान्त में, १.% देहली में हैं। इसके अतिरिक्त लगभग १५% देशी राज्यों में हैं। पक्की सड़कों की दृष्टि से बंगाज्ञ और मदरास प्रान्त का स्थान प्रेथम है। इनके उपरान्त क्रमशः बम्बई, संयुक्त प्रान्त, पंजाब और बिहार का नम्बर है। कच्ची और पक्की सड़कें मिलाकर सबसे अधिक सड़के बंगाल में हैं । यद्यपि भारतवर्ष में बहुत सी नदियाँ हैं फिर भी आन्तरिक गमनागमन के लिये उनका उपयोग नहीं होता। अन्य देशों में जलमार्ग (IVater नदियों के द्वारा बहुत माल एक स्थान से दूसरे स्थान Transport) पर भेजा जाता है। परन्तु भारतवर्ष में नदियों का व्यापार की दृष्टि से अधिक महत्व नहीं है। भारतवर्ष में जल मार्गों की उन्नति न होने के दो कारण हैं । (१) यहाँ जल मागी की उन्नति में कुछ भौगोलिक कठिनाइयाँ हैं (२) भारत सरकार ने रेलवे कंपनियों के स्वार्थ को और अधिक ध्यान दिया और देश के जल मागों को उन्नत नहीं किया । ब्रिटिश पूंजीपतियों का रुपया रेलों में लगा था वे नहीं चाहते थे कि जल मार्ग की उन्नति हो । भारतवर्ष में वर्षा के दिनों में नदियों में बाढ़ आती है, उस समय नदी -