पृष्ठ:आलमगीर.djvu/१७०

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पसमा स्म कि ऐसे सा पारयत सरिर शाही सपने में दिएका न होयों में प्रमीन भामम्मोपिरादूगी मा लिएर सेकोमा भागदोपते पर उपर माने गये। रेप पेपर मे रही है। बाबा मुरारोगाने निरनिरा। पोड़ी ही देर में बनी प्राव और भारमियरों पील. विवादर पाये पोर से पाने लगी। मैंने मा-"मोचिए, रेतर हो प्राप रोग दरम्स पोपेपिरतोनी बस्ती में मेरे बाप माग चलिए । बरना पन नहीं बपेगी। पै मुमत बिना सोचे-समझे योपिनों सिर कार लेते " सो पारीमा पछि पार मंगी परेशी मोर प्रेरणारा रो मर। पासी सी देर में बोर माग ग पाबार गर्म हो गया। को पोरोपियन लोग एक में गते थे और सारी सेना में मोर पेरे यारी सेना केप माग बसे । उनमें से कुछ मुटेरे गप मिमगार -चूरने पल दिए । सपनों नवापाने में इस प्रथम हाम गया और साबदार पाप मारे। पर मा फ्रान्वीची पर परिक्षा | पावरती उन का यहो-मे पनघर बा, पोपनी योग गठे थे। पाइपहरे में पीछे गए। पाँ सा घर-पार को मामा रम्ती भागरे पापा पोपहास उमपात हा प्रो। सीनतुल-निसा पैताहय पारिन गर्म और रात उपरी। औरणा- पर ही हम में हमे जणी 2 सीर्गि, रिक और 3