पृष्ठ:आलमगीर.djvu/१९२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

मवासिबर tut रोखमीर मौरक्षयेत्र एक विदाम् मित्र मा। उस मोराव ने पवा-सा मोदी इवनी कीमतसबिरसे इवनी प्रति मे खरीद लिया बार। इस पर रोखमीर में प्राप्त नीची पर- 'मदिर, इससे बोयो बाछ से माती नहीं बना पाते कोरसे तीसरी पीगिए, पर मेय होगा लाभाप इस पन से नए सिपाही भी करे किनकी बदौलत भाप इसे मी उचम पाव से मोवीनरीदन। मिस बात से औरङ्गजेब पुरा हेगा और शेषमीर की पर उसने गठप ली। दूसरे ही दिन से हुरहानपुर में प्रौरस मेमो पोज मी परना प्रारम्मर रिया ससने अपमे पित अनुपमा-कीमा गत हितस्वान से कम उठाने में श्रम भाएगी, पर प्रहा। हायरस पर मते नमसामरियों में उसे 'मुवासिबीरमर सती बहाई की। ४०. अपनी अपनी एफजी-अपना-अपना राग अंगालमध्येदार-शाहपसरा पुष एका एक बुद्धिमान पुष्प था। पालमान शदिनम् भोर बाप म्पति था। परमा पारामवसाप मोर प्रामणे मारण से उतरे ग्राउन वादीस पास बनी पी पी। सेना मी इमी सरवो है ही पठितम थी। माया को परिमम मरे अपनी रामपापा और सेना मना सा । पर दुर्भाग्य से पा कमी मी सावधान वात्मा की बीमारी की प्रतियोधिपूर्ण सर उसे पंगास की चीन यमपानी पबमाल में मिनी । उदे उसी समय अपने