पृष्ठ:आलमगीर.djvu/२०२

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पारपुर १८० पतु मे उपहा बाने दिशा पानसे ये रिवारयात उभे घोर देगा और फिर एक नरा मन तारोपापगा। उनमे रिवेर तो सब बाते समझाकर परद-से मार मागो लोग्ने मारी कर दी। पन्त सुलेमान मे रवीनको मस्तीपर रसा। मिर्यगमा ने प्रारबारेकोसममा करा- भहर हम बार से बाद प्रागरे प्रेसोर पतेपोट परकार में बानो माम मोपने भोर करने ), patोर मामहोमी ना" इस पर सुलेमान सिबेद ने उतावनी से मा--"वी (पानी, उसए मेरे पालिद नया तर पर भावो मेरे है। हमे शुध का पीछा रमा और उसे गिरफ्तार से उस वास्त को हमेशा लिए नाम र देना गरीबहरी" पारपरी पर सिदेनमिशायर हो गए। यादी परपर प्रागेदा और बंगाल तादादी सा गया । पुष भमभीव सेनापस माग से पटने की भोर मागो और पत्र मा पर से गोलाबारी Na gा नरीमार्ग से पीछे त्य। मुंगेर में रहने वालों और धोरखामे से साय रासा रोड सिका। इस परब मुखमान मुंगेर से कार मीश पिप-पपिम में सामगद में परवाना पड़ा। उसने अपने सेनापतियों से मिरामा और विसर सों से सामागी। इस पर उन्होंने सार रिया-प्रय मापदी देता ठीक रुमभिरा पिए । मुहमान को भागे बदने की न मिली और पानी पानी गम कर पा गया। बसपी पर मी बसे प्रारम भ मप मा । ग्से मर मिपिमा नसीद पाए मागी पी, महिसम-निमून एका वान प्रागेपासमा पानी चोट सम्मा