पृष्ठ:आलमगीर.djvu/२६७

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मासमगीर बारणा वावच नाम र पया। परम्नु उसमे एक बार फिर पाला मेगा- "हम तुमसे सस्ती सम सार पठे। और रुगन मबीर मारे तुम्हारे दर्शन गर तुम बस ईमानदारी से पेय मानो पोम तुम्ही को बादशाह बना देंगे। इस मौके को गनीमत बानो और पौरम बजे पायो और शबान और रामो और बाद महो कि इस बारे प्रारत के प्राममा इनिया में भी वर्ग मे मामी हासिक होगी। हम तुणे कशे में पूरीवौर पर माने बामे की प्राचारी" परम्त मुरम्मर मुमतान पर इस काण पुअर का मी फक प्रखर नही हुमा । उसने काला भैया- "प सारी बाते बेघर है। दुमा पार्दाि मैव, बरना मुझे अपदस्ती में देना होगा।" बादण मे सब पोर से निराशर पापि अवता महम्मद मसवान के सपरी और मायाप्रत किया कि परि उसपर हमला किया गया तो वा प्रपन नावाव्य और कोरियों और प्रसा ना के साथ माता दुभा अपनी जान दे देगा। अब प्रसदा ही उस मोहागपीय गया था वो पापणारी देवटी पर मौत मावा पुरा नगी तसार हाथ में लिए गाया मरे पर एक गुलाम की मति पहरारेमा था। पारियों मेबने ' साप परणार मे या मनापा-"प्रब पोरन पो बकरी पाना चाहिए और सममाये मी इवी में मापा मान हमसे मिले विमानत के बाबरी विरार हम उसे जममना पाते।