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पृष्ठ:उपयोगितावाद.djvu/१४७

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ग्रन्थ माला द्वारा प्रकाशित पुस्तक
१––कार्नेगी और उसके विचार!

यदि आप जानना चाहते हैं कि किस प्रकार एक जुलाहे का लड़का अपने ही परिश्रम से करोड़पति-नहीं २ अरब पति––हो गया और फिर किस प्रकार अपने अतुल धन को परोपकार में लगा दिया तो अवश्य इस पुस्तक को पढ़ें। पुस्तक का प्रत्येक शब्द नूतन उत्साह का सञ्चार करता है। प्रायः सब ही हिन्दी की मुख्य पत्र-पत्रिकाओं ने मुक्तकण्ठ से प्रशंसा की है।

प्रभा–––पुस्तक उत्तम ढंग से लिखी गई है। घर घर पढ़ी जानी चाहिये। कार्नेगी की जीवनी और उस के विचार दोनों ही महत्व पूर्ण और अत्यन्त शिक्षाप्रद हैं॥

सरस्वती–––जीवनचरित्र शिक्षाप्रद और मनोरञ्जक है। सुन्दर टाइप तथा अच्छे काग़ज़ पर छपी है॥

माधुरी–––बड़ी योग्यता के साथ कार्नेगी के जीवन के हर पहलू पर, उसके विचारों पर और उसकी सफलता के रहस्य पर, प्रकाश डाला गया है। ऐसी पुस्तकों का अधिक प्रचार होना चाहिये। पुस्तक किसी उपन्यास से कम दिलचस्प नहीं है॥

MODERN REVEIW––

The life-story of this self-made steel-king and multi millionare of America is a source of inspiration. Hence this hindi work is most welcome.