२१६ पूंजीवादी उत्पादन पा, जो कि एक ही बात है, मम प्रक्रिया के उपकरणों को खरीदने पर सर्च हुए थे। बस शिलिंग उसे कपास के लिए, दो शिलिंग तकुए के घिसने वाले अंश के लिए और तीन शिलिंग मन-क्ति के लिए देने पड़े थे। सूत के बढ़े हुए मूल्य से कोई लाभ नहीं है, क्योंकि तो उन मूल्यों का बोड़ भर है, जो पहले कपास, तकुए तथा मम-शक्ति में मौजूद थे। पहले से मौजून मूल्यों को इस तरह महब बोड़ देने से अतिरिक्त मूल्य पैसा नहीं हो सकता है।' अब ये तमाम अलग-अलग मूल्य एक चीन में केनीभूत हो जाते हैं। परन्तु उसके पहले से पनाह शिलिंग की साम में केन्द्रीभूत के बाद में, मालों की खरीद होने पर, यह कम तीन अलग-अलग हिस्सों में बंट गयी थी। इस मतीचे में बर असल कोई अजीब बात नहीं है। यदि एक पौड सूत का मूल्य मगरह पेंस है, तो मन्जी में १० पोज सूत खरीदने के लिए हमारे पूंजीपति को पनाह शिलिंग देने पड़ेंगे। जाहिर है कि भावमी चाहे बना-बनाया मकान खरीदे और चाहे अपने लिए मकान बनवाये, मकान हासिल करने के उंग का मकान में लगने वाली मुद्रा की राशि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। तभी हमारा पूंजीपति, जो घटिया किस्म के प्रशास्त्र में सिबहस्त है, बोल उठता है: पाह। लेकिन मैंने तो स्पष्टतः इसी उद्देश्य से अपनी मुद्रा लगायी थी कि उससे ज्यादा मुद्रा कमाऊंगा!" पर उद्देश्यों से क्या होता है? कहावत है कि नरक का रास्ता भी सदुद्देश्यों का बना होता है। उसका उद्देश्य तो बिना कुछ उत्पादन किये ही मुद्रा कमा लेना भी हो सकता पा।' इसपर हमारा पूंजीपति एकदम माग बबूला हो जाता है। वह धमकी देता है कि पब मागे " 1 ... यही वह मूल स्थापना है, जिसपर फ़िजिमोक्रेट्स का यह सिद्धान्त माधारित है कि खेती के सिवा और सब प्रकार का श्रम अनुत्पादक होता है। परम्परानिष्ठ अर्थशास्त्री इस तर्क का 2459 TRY FIR HAI "Cette façon d'iniputer à une seule chose la valeur de plusieurs autres" (par exemple au lin la consommation du tisserand), "d'appli- quer, pour ainsi dire, couche sur couche, plusieurs valeurs sur une seule, fait que celle-ci grossit d'autant Le terme d'addition peint trés-bien la manière dont se forme le prix des ouvrages de main-d'oeuvre; ce prix n'est qu'un total de plusieurs valeurs consommées et additionnées ensemble;-or, additionner n'est pas multiplier." ["इस तरह एक चीज के मूल्य के साथ दूसरी कई चीजों का मूल्य जोड़ देने से" (मिसाल के लिए, सन के मूल्य के साथ बुनकर के जीवन-निर्वाह का वर्ष जोड़ देने से), "या मानो एक मूल्य के ऊपर कई मूल्यों की तह पर तह लगा देने से उस मूल्य में सानुपातिक वृद्धि हो जाती है... दस्तकारी की चीजों का दाम जिस तरह बनता है, उसके लिए "जोड़ना" शब्द बहुत उपयुक्त है, क्योंकि ऐसी चीजों का दाम उनको तैयार करने में खर्च किये गये कई मूल्यों के जोड़ के सिवा और कुछ नहीं होता। लेकिन जोड़ना वही चीज नहीं है, जो गुणन है।"] (Mercier de la Riviere, उप. पु., पृ. ५९६). मिसाल के लिए, १४.४७ में उसने अपनी पूंजी उत्पादक उपयोग से हटाकर रेलों की सट्टेबाजी में झोंक दी थी, और इसी तरह अमरीका के गृह युद्ध के समय उसने लिवरपूल के कपास के बाजार में सट्टा बेलने के लिए फैक्टरी बन्द कर दी थी और अपने मजदूरों को सड़कों पर धकेल दिया था।
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