पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी १.djvu/३३१

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३२८ पूंजीवादी उत्पादन , . . 2 ("महान निःशुल्की") का नाम दिया था,-उनको फौरन निॉव करार दे देती थी? अदालतों में मिल मालिक जुद ही अपने मुकदमों का फ़ैसला करते थे। एक मिसाल देखिये । कपास की कताई करने वाली कम्पनी-केशों, लीज एण्ड कम्पनी के मालिक, एस्किन्ग नामक किन्हीं महाशय ने अपने रिस्ट्रिक्ट के फ्रेक्टरी-मंस्पेक्टर के सामने relay system (पालियों की व्यवस्था) की एक योजना पेशकी, जिसे वह अपनी मिल में नारी करना चाहते थे। फैक्टरी- इंस्पेक्टर ने इस योजना को पास करने से इनकार कर दिया तो कुछ समय के लिये एस्किग्ग साहब चुप होकर बैठ गये। उसके बन्च महीने बाद रोबिन्सन नाम के एक व्यक्ति को स्टोकपोर्ट के नगर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। यह व्यक्ति भी कपास की कताई करने वाले किसी कारखाने का मालिक वा मोर यदि एरिकग का "Man Friday" नौकर नहीं था, तो उनका सम्बंधी प्रवक्ष्य था। उसपर यह मारोप लगाया गया था कि उसने अपने कारखाने में पालियों की बिल्कुल वैसी ही योजना जारी कर रखी है, जैसी योजना एलिकग्ग ने तैयार की थी। प्रवालत चार जजों की पी; उनमें से तीन कपास की कताई करने वाले कारखानों के मालिक थे, और उनके मुखिया बही एकिग्ग महाशय थे। सो एस्किम ने रोबिन्सन को निर्दोष कहकर छोड़ दिया और फिर सोचा कि जो बात रोबिन्सन के लिये सही पी, यह एलिकग्ग के लिये भी सही है। पुर अपने फैसले की मबीर के बल पर उन्होंने तुरन्त ही अपने कारखाने में भी वह प्रणाली जारी कर दी। बाहिर है, इस प्रदालत में जिस तरह के बज बैठे थे, यह जुब कानून की जिलावरपीपी।' इंस्पेक्टर होवेल ने कहा है कि "न्याय के नाम पर होने वाले इन नाटकों का तुरन्त सुधार करने की मावश्यकता है-उसके लिये या तो कानून में इस प्रकार का परिवर्तन कर दिया जाये, जिससे वह इन अदालतों के फैसलों के अनुरूप हो जाये, और या इस कानून को लागू करने का अधिकार प्रपेक्षाकृत कम दोषपूर्ण ऐसी अदालतों को दिया जाये, जिनके सामने अब ऐसे मुकदमे पायें,.. तो उनके फैसले कानून के अनुरूप हों। मैं तो उस दिन प्रतीक्षा कर रहा हूं, जब सरकार से वेतन पाने वाले मजिस्ट्रेट नियुक्त किये जायेंगे। शाही वकीलों ने घोषणा कर दी कि मालिकों ने १८४८ के कानून की जो व्याख्या की है, वह बिल्कुल बेतुकी है। लेकिन जिन्होंने समाज के उद्धार का बीड़ा उठाया था, हिम्मत हारने वाले नहीं थे। लेमोनार होर्नर के शब्दों में, "मैंने सात प्रदालतों के सामने बस मुकदमे दायर करके जगनून को लागू करने की कोशिश की, पर बब इन बस में से केवल एक मुकदमे में मनिस्ट्रेट ने मेरा साथ दिया,.. तो मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ अब पौर मुक्तवने पर करना बेकार है। १४ के कानून का वह भाग जो काम . 3 दे इस तरह - 1"Reports, &c., for 30th April, 1849" ('रिपोर्ट, इत्यादि, ३० अप्रैल १८४६'), पृ. २१, २२। इसी तरह की और मिसालों के लिए देखिये उप. पु., पृ. ४, ५। 'विलियम चतुर्य के राज्य-काल के कानून नं. १ और २ के अध्याय २४, धारा १० के अनुसार कपास की कताई या बुनाई करने वाली किसी भी मिल के मालिक को या मालिक पिता, पुत्र प्रयवा भाई को ऐसे मुक़दमों को जज की हैसियत से सुनने की मनाही थी, जो फैक्टरी से सम्बंध रखते हों। यह कानून सर जान होबहाउस का फैक्टरी-कानून भी कहलाता था। 3« Reports. &c. for 30th April, 1849" ('foute, rifa, po ustan 95X8') [पृ० २२]।