५१० पूंजीवादी उत्पादन . - उन तमाम देशों में, वहां माधुनिक उद्योग ने बड़ पकड़ ली है, वह मजदूरों के एक हिस्से को लगातार "फालतू" बनाता चलता है और इस तरह परावास तथा विदेशों में जाकर बसने को बढ़ावा देता है, जिसके फलस्वरूप विदेश स्वदेश के वास्ते कच्चा माल पैदा करने वाली बस्तियों में बदल जाते हैं, जैसे कि, मिसाल के लिये, पास्ट्रेलिया ऊन पैदा करने वाले उपनिवेश में बदल गया है। एक नया पार अन्तरराष्ट्रीय श्रम-विभाजन हो जाता है, जो माधुनिक उद्योग के मुख्य केनों की पावश्यकतामों के अनुरूप होता है। यह भम-विभाजन भूगोल के एक भाग को मुल्यतया कृषि उत्पादन का क्षेत्र बना देता है, वो दूसरे भाग को, बो कि मुल्यतया प्रौद्योगिक क्षेत्र बना रहता है, कच्चा माल दिया करता है। इस विकास के साथ-साथ खेती में कुछ मौलिक परिवर्तन हो जाते हैं, जिनपर और विचार करने की फिलहाल पावश्यकता नहीं है।' मि. ग्लैडस्टन के प्रस्ताव पर हाउस माफ़ कामन्स ने १७ फरवरी १८६७ को इस बात के प्रांकरे तैयार करने का मादेश दिया कि संयुक्तांगल राज्य में १८३१ पोर १८६६ के . 1 हिन्दुस्तान से ब्रिटेन को ऊन का निर्यात १८४६ ४५,७०,५८१ पौण्ड १८६० २,०२,१४,१७३ पौण्ड १८६५ २,०६,७६,१११ पौण्ड केप प्रदेश से ब्रिटेन को ऊन का निर्यात १८४६ २९,५८,४५७ पौण्ड १८६० १,६५,७४,३४५ पौण्ड १८६५ २,९९,२०,६२३ पौण्ड पास्ट्रेलिया से रिटेन को ऊन का निर्यात १८४६ २,१७,८९,३४६ पौण्ड १८६० ५,६१,६६,६१६ पौण्ड १८६५ १०,६७,३४,२६१ पाण्ड ' संयुक्त राज्य अमरीका का पार्षिक विकास सूद योरप के और विशेषकर इंगलैण्ड के माधुनिक उद्योग का फल है। अमरीका के संयुक्त राज्यों को उनके वर्तमान रूप में (१८६६ में ) अब भी योरप का उपनिवेश ही समझना चाहिये। [नीचे बर्मन संस्करण में जोड़ा गया कुटनोटः तब से अब तक संयुक्त राज्य अमरीका दुनिया का दूसरे नम्बर का प्रौद्योगिक देश बन गया है, परन्तु इससे भी उसका प्रोपनिवेशिक स्वरूप पूरी तरह दूर नहीं हुमा है।- के. एं०] संयुक्त राज्य अमरीका से ब्रिटेन को कपास का निर्यात १८४६ ४०,१९,४९,३९३ पौड १८५२ ७६,५६,३०,५४३ पौण्ड १८५९ १६,१७,०७,२६४ पौण्ड १८६० १,११,५८,९०,६०० पौण्ड
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